धनबाद, 21 दिसंबर 2024: सामाजिक कुरीति निवारण योजना के तहत आज डीआरडीए सभागार, मिश्रित भवन, धनबाद में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती अनिता कुजूर ने की। कार्यशाला में डायन प्रथा, बाल विवाह, भ्रूण हत्या और लिंग भेद जैसी सामाजिक कुरीतियों पर चर्चा और जागरूकता बढ़ाने के उपायों पर जोर दिया गया।
सामाजिक कुरीतियों पर रोकथाम की आवश्यकता
कार्यशाला को संबोधित करते हुए अनिता कुजूर ने कहा कि इन कुरीतियों के कारण समाज को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने जागरूकता अभियान चलाने और सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से इन कुरीतियों को समाप्त करने का आह्वान किया।
डायन प्रथा: ग्रामीण क्षेत्रों में फैली इस कुरीति के कारण महिलाओं को असहनीय यातनाएं सहनी पड़ती हैं।बाल विवाह: इसके कारण बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।भ्रूण हत्या: लिंगानुपात में असंतुलन का मुख्य कारण है।लिंग भेद: महिलाओं को समाज में समान अधिकार दिलाने की दिशा में काम करने की आवश्यकता है।
कार्यशाला में सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, बाल कल्याण समिति के सदस्य, महिला पर्यवेक्षिका, आंगनबाड़ी सेविकाएं और कई एनजीओ के प्रतिनिधि शामिल हुए।
कार्यशाला में प्रतिभागियों ने समाज में जागरूकता फैलाने, कुरीतियों के खिलाफ कानूनी कदम उठाने और महिलाओं व बच्चों को सशक्त बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।यह कार्यशाला समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।