धनबाद, 22 दिसंबर 2024: हिरापुर स्थित लिन्डसे क्लब और लाइब्रेरी द्वारा आयोजित पौष पार्बन उत्सव के दूसरे दिन मेला प्रांगण में भारी भीड़ उमड़ी। बंगाली समुदाय के लोग हर साल इस उत्सव का आनंद लेते हैं, जो सांस्कृतिक और पारंपरिक व्यंजनों का अनूठा संगम है।
पारंपरिक व्यंजनों का आकर्षण:मेले में बंगाली व्यंजनों की महक ने हर किसी को अपनी ओर खींचा। दर्शकों ने मिठाई, गुड़ के संदेश, पुलि पिठे, गुड़ के रसगुल्ले, मटन छोला, बिरयानी, ढोकला, भेज रोल, और दाबेली जैसे व्यंजनों का लुत्फ उठाया। खासकर गुड़ आधारित मिठाइयां और पारंपरिक बंगाली खाने की विविधता ने मेले में रौनक बढ़ाई।
सांस्कृतिक कार्यक्रम:मेला प्रांगण में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया। नृत्य मलिका के बच्चों ने आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किए, जिसके बाद क्लब के सदस्यों ने लोकगीत और गीत प्रस्तुत किए। शांति निकेतन, बोलपुर के मशहूर लोकगीत कलाकार जयंत दास और उनके समूह ने वाउल संगीत की शानदार प्रस्तुति दी। दर्शकों ने वाउल संगीत पर जमकर नृत्य किया और उत्सव का भरपूर आनंद लिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम:मेला प्रांगण में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया। नृत्य मलिका के बच्चों ने आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किए, जिसके बाद क्लब के सदस्यों ने लोकगीत और गीत प्रस्तुत किए। शांति निकेतन, बोलपुर के मशहूर लोकगीत कलाकार जयंत दास और उनके समूह ने वाउल संगीत की शानदार प्रस्तुति दी। दर्शकों ने वाउल संगीत पर जमकर नृत्य किया और उत्सव का भरपूर आनंद लिया।
लिन्डसे क्लब के सचिव सलिल विश्वास ने उत्सव को सफल बनाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया और उनके योगदान की सराहना की।यह पौष पार्बन उत्सव न केवल पारंपरिक बंगाली संस्कृति और स्वादों को जीवंत करता है, बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय को एकजुट भी करता है।