मुरैना के सिलायथा गांव में हुए ध्रुव यादव हत्याकांड में शामिल चौथे और आखिरी आरोपी को सिविल लाइन थाना पुलिस ने गुरुवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मुकेश शर्मा मुख्य आरोपी राकेश शर्मा का सगा भाई है।
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जानकारी के अनुसार, हत्याकांड जातिगत मतभेद और गांव में दबदबे को लेकर हुआ था। किरार समाज बहुल सिलायथा गांव में राकेश शर्मा का परिवार अकेला दबंग परिवार था। पिछले पंचायत चुनाव में सरपंच का विरोध करने के बावजूद पूरे गांव के समर्थन से सरपंच की जीत हुई थी, जिसमें ध्रुव यादव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
ध्रुव यादव की गोली मारकर की थी हत्या इसके बाद राकेश शर्मा ने सरपंच और किरार समाज को गलियां दीं, जिसके कारण गांव ने उनका सामाजिक बहिष्कार कर दिया था। हालांकि पंचायत में माफी मांगने के बाद भी सरपंच और ध्रुव यादव ने उन्हें माफ नहीं किया था। इसी रंजिश में 28 फरवरी को नए पंचायत भवन के पास ध्रुव यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
घूरे की जमीन पर बनाया पंचायत भवन राकेश शर्मा के घर के सामने शासकीय जमीन थी, जिस पर राकेश शर्मा के दुधारू पशुओं का घूरा डलता था। सरपंच व ध्रुव यादव दोनों ने मिलकर उस जमीन पर नवीन पंचायत भवन बनाने की स्वीकृति ले ली। इसके बाद वहां पंचायत भवन बनाया जाने लगा। इस बात से राकेश शर्मा व उसका परिवार नाराज हो गया, एक दिन राकेश शर्मा ने ध्रुव यादव पर फायरिंग शुरू कर दी जिससे उसकी मौत हो गई।
कुर्सियों पर बैठे थे ध्रुव और सरपंच नरेन्द्र घटना वाले दिन ध्रुव यादव और सरपंच नरेन्द्र जाटव दोनों निर्माणाधीन पंचायत भवन के पास बैठे थे। मजदूर नींव भरने का काम कर रहे थे। उसी समय चारों भाई अपने-अपने हथियार लेकर आए और ध्रुव यादव के ऊपर गोली चला दी जो सीधे उसकी पीठ में जा धंसी। ध्रुव यादव ने वहां से भागने की कोशिश की लेकिन भाग नहीं सके और गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके परिजन उन्हें लेकर ग्वालियर की ओर चले लेकिन बीच रास्ते में ही उनकी मौत हो गई थी।
ये लोग थे शामिल- इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी राकेश शर्मा के अलावा रामसेवक शर्मा, श्यामसुन्दर तथा मुकेश शर्मा शामिल थे। पुलिस ने तीनों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। केवल मुकेश शर्मा बचा था जिसे पुलिस ने गुरुवार की देर शाम को गिरफ्तार कर लिया।
एक नजर में राकेश शर्मा का परिवार राकेश शर्मा (50-55 वर्ष) के दो बेटे प्रशांत शर्मा व अनूप उर्फ गोलू शर्मा हैं। उनकी तीन बेटियां हैं, जिनमें एक की शादी हो चुकी है और दो अविवाहित हैं। राकेश के बड़े भाई रामसेवक शर्मा के दो बेटे हैं – कुलदीप उर्फ कल्ला तथा अवधेश शर्मा उर्फ बालो, जिनमें से अवधेश एक अन्य हत्या के मामले में ग्वालियर सेन्ट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।
सिविल लाइन थाना टीआई दर्शनलाल शुक्ला ने बताया कि राकेश शर्मा व उसके दोनों भाई पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, केवल मुकेश शर्मा बचा था जिसे आज गिरफ्तार कर लिया गया है। कल उसे न्यायालय के सामने पेश करेंगे।