राजगढ़ के माचलपुर थाना क्षेत्र के डूंगरी गांव में 19 फरवरी को मिले नवजात शिशु के शव के मामले में पुलिस ने 22 दिन बाद छापीहेड़ा निवासी रवीना मालवीय (22) को गिरफ्तार किया है। महिला ने दावा किया कि उसका गर्भपात (मिसकैरेज) हुआ था और उसने डर के कारण नवजात
.
19 फरवरी को डूंगरी निवासी भंवरलाल बागरी ने पुलिस को सूचना दी थी कि गांव में एक लावारिस नवजात शिशु का शव पड़ा मिला है। घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन किसी ठोस सबूत के अभाव में मामले को सुलझाने में समय लगा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आलोक शर्मा और एसडीओपी आनंद राय के नेतृत्व में टीम लगातार सुराग जुटाने में लगी थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने 11 मार्च को छापीहेड़ा की रवीना मालवीय को हिरासत में लिया, जिसके बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
महिला का दावा- मिसकैरेज के बाद नवजात को दफनाया
थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह मावई के अनुसार, पूछताछ में रवीना ने बताया कि वह गर्भवती थी और खेत से लौटते समय गिर गई, जिससे रात में उसका मिसकैरेज हो गया। घर पर कोई नहीं था, इसलिए उसने डर के कारण नवजात को गड्ढा खोदकर दफना दिया, लेकिन सुबह कुत्तों ने शव बाहर निकाल लिया, जिससे यह मामला उजागर हुआ।
पुलिस ने महिला के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 94 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। हालांकि, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या महिला का बयान सच है या फिर इसमें कोई और भी शामिल था।
22 दिन बाद आई गिरफ्तारी, अब जांच जारी
इस मामले में पुलिस को 22 दिन बाद सफलता मिली, लेकिन अब भी कई सवाल बाकी हैं। क्या यह सिर्फ एक दुर्घटना थी या फिर कोई साजिश? पुलिस की जांच जारी है।
माचलपुर थाना प्रभारी TI जितेन्द्रसिंह मावाई ने बताया, कि महिला से पूछताछ में उसने बताया कि वो प्रेग्नेन्ट थी और खेत से घर पर आ रही थी। तभी रास्ते में गिर गई थी जिसके कारण रात में उसका मिस्क्रेच हो गया। घर पर कोई नहीं था, इसलिये उसने रात में ही प्रीमेच्योर नवजात को गड्डा खोदकर गाड़ दिया था, जिसे सुबह कुत्तो ने खोदकर निकाल लिया था। पुलिस ने महिला के विरूदध थाने में धारा 94 बीएनएस के अंर्तगत मामला दर्ज कर महिला को हिरासत में लिया और वैधानिक कार्यवाही की है।