प्रदुम्न कौशिक | बुलंदशहर4 मिनट पहले
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बुलंदशहर। नाबालिग दलित लड़की से दुष्कर्म के मामले में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक और चौकी इंचार्ज पर कप्तान की गाज गिरी है। दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेते हुए पुलिस कप्तान ने जिम्मेदार अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की है।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक महेंद्र कुमार त्रिपाठी को लाइन हाजिर और चौकी इंचार्ज ऋषिपाल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। कप्तान की इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
क्या था पूरा मामला

जनपद के कोतवाली अनूपशहर क्षेत्र के एक गांव से शर्मनाक घटना सामने आई थी। यहां एक दलित नाबालिग मंदबुद्धि लड़कीं के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया। घटना भी अंबेडकर जयंती के दिन हुई। नाबालिग के गर्भवती होने पर परिजनों को इसकी जानकारी हुई। पुलिस कप्तान के आदेश पर कोतवाली पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की गई है।
अनूपशहर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में 14 वर्षीया मंदबुद्धि नाबालिग लड़की जंगल मे बकरी चराने गई थी। वहां गांव के ही एक 55 वर्षीय आरोपी ने नाबालिग लड़की के मंदबुद्धि होने का फायदा उठाते हुए उसे जंगल मे दबोच लिया। आरोपी ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया।
इसके बाद उसे धमकाया कि यदि किसी को बताया तो तेरे परिवार को जान से मार दूंगा। सहमी हुई नाबालिग ने परिवार में इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। इसके बाद वह आए दिन उसके साथ जबर्दस्ती दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देता रहा। अंबेडकर जयंती के दिन परिवार को पता चला तो वह चौकी पुलिस के पास गए।
चौकी पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज करने की जगह दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया। मामले में पीड़ित परिवार ने एसएसपी दिनेश कुमार सिंह से मामले की शिकायत की, जिसके बाद एसएसपी के निर्देश पर कोतवाली पुलिस 7 आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं : एसएसपी
एसएसपी दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि मामले में कोतवाल को लाइन हाजिर और चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया है। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।