बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत की जेडीयू में आने की चर्चा सियासी गलियारे में तेज हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो होली के बाद पिता की पार्टी जॉइन कर सकते हैं।
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सीएम की उम्र और कार्यकर्ताओं की डिमांड को देखते हुए निशांत कुमार को भी इस बार विधानसभा चुनाव में उतार जा सकता है। ऐसी संभावना है कि पिता के विधानसभा क्षेत्र हरनौत से चुनाव लड़ सकते हैं।
अगर निशांत कुमार हरनौत से चुनाव लड़ते हैं तो 1985 के बाद ये पहली बार होगा जब इस सीट नीतीश कुमार के परिवार का कोई कैंडिडेट चुनावी मैदान में होगा।हरनौत से फिलहाल जेडीयू के हरि नारायण सिंह विधायक हैं। हालांकि निशांत खुद कई बार कह चुके हैं कि वो राजनीति में नहीं आएंगे।
पिछले साल से JDU जॉइन करने की चर्चा निशांत कुमार के JDU में आने की चर्चा पिछले साल से ही हो रही है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कुछ नेता भी चाह रहे हैं कि वे राजनीति में आएं। हालांकि पार्टी के बड़े नेता लगातार इस तरह की संभावनाओं को खारिज करते रहे हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भी निशांत की राजनीति में आने की चर्चा ने जोर पकड़ा था।
हरनौत से पहली बार विधायक बने थे नीतीश कुमार
सीएम नीतीश कुमार ने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत वर्ष 1977 में नालंदा के हरनौत से किया था। उस समय विधानसभा का चुनाव हार गए थे। 1985 में पहली बार यहां से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।
10 साल बाद दी थी राजनीतिक प्रतिक्रिया
नीतीश के बेटे निशांत राजनीतिक कार्यक्रमों से दूरी बनाते रहे हैं। साथ ही राजनीतिक बयानबाजी से भी बचते रहे हैं। पर इस चुनावी साल में खरमास खत्म होते ही 17 जनवरी को बख्तियारपुर में हुए स्वतंत्रता सेनानियों के श्रद्धांजलि सभा में निशांत शामिल हुए।
यहां उन्होंने अपने पिता के समर्थन में बिहार की जनता से वोट की अपील कर के राजनीति के जानकारों को चौंका दिया था। उन्होंने अपने पिता के काम की सराहना भी की थी।मौके पर देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं भी दीं। निशांत ने कहा था कि ‘मैं बस जनता से ही कहूंगा कि पिताजी और उनकी पार्टी को जनता वोट करें। उनको फिर से लाएं। मेरे पिताजी ने अच्छा काम किया है।’

निशांत कुमार ने ये भी कहा था कि ‘इस साल में मैं पहली बार मीडिया से रूबरू हुआ हूं। सभी बिहार वासियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं। मेरे दादा जी स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं। आजादी के लिए जेल भी गए। इसी वजह से पिताजी ने यहां पर राजकीय सम्मान का दर्जा दिया। ये दादाजी की मूर्ति है और हमारे 4 और दादा जी हैं। उनको भी पिताजी ने माल्यार्पण किया।’ इससे पहले निशांत 2015 में वो एक राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
RJD बोली- JDU की क्या है मजबूरी
सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत की सियासत में एंट्री को लेकर आरजेडी ने प्रतिक्रिया दी है। आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि ‘जिसमें जनता के मुद्दों को उठाने और नेतृत्व की क्षमता होगी। वही अपने आप को बिहार में स्थापित कर सकता है। नीतीश कुमार परिवारवाद पर बोलते रहे हैं। इस संबंध में जेडीयू के नेताओं को स्पष्ट करना चाहिए। आखिर क्या मजबूरी आ गई कि जेडीयू अब अपने नेता नीतीश कुमार और उनकी नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए बेटे का सहारा लेना चाहती है।
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आनंद मोहन बोले-नेता का बेटा नेता ही बनेगा:नीतीश के बेटे निशांत की JDU जॉइन करने की चर्चा पर कहा- आएंगे तो स्वागत है

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत की JDU जॉइन करने की चर्चा है। हालांकि निशांत खुद कई बार कह चुके हैं कि वो राजनीति में नहीं आएंगे।49 साल के निशांत कुमार पेशे से इंजीनियर हैं। उन्होंने अब तक शादी नहीं की है। इधर, पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा है कि ‘नेता का बेटा नेता क्यों नहीं बन सकता। वो राजनीति में आएंगे तो उनका स्वागत है। पूरी खबर पढ़ें