बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक तेज हो गई है। चुनावी बयानबाजी के साथ-साथ पोस्टर वार भी शुरू हो गया है। राष्ट्रगान के अपमान के मुद्दे पर मुख्य विपक्षी दल आरजेडी सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर है।
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पटना में एक बार फिर राबड़ी देवी के आवास बाहर पोस्टर लगाया गया है। इसमें नीतीश कुमार को नॉन सीरियस सीएम बताया गया है। पोस्टर पर मुख्यमंत्री की तस्वीर के साथ लिखा, ‘द नॉन सीरियस चीफ मिनिस्टर, जन गण मन अधिनायक जय हे नहीं, कुर्सी कुर्सी कुर्सी कुर्सी जय हे।’
हालांकि ये पोस्टर किस संगठन की ओर से लगाया है। इसका कोई जिक्र नहीं किया गया है। किसी राजनीतिक दल या संगठन का नाम इस पर नहीं लिखा गया है।
सीएम को बताया था खलनायक
इससे पहले शनिवार को भी राबड़ी आवास के बाहर पोस्टर लगाया था। जिस पर लिखा था, ‘नायक नहीं, जी हां मैं हूं खलनायक। हां, मैंने किया है महिलाओं का अपमान। गांधी जी का किया है अपमान। अब हो गया है राष्ट्रगान का अपमान। जी हां, मैं हूं खलनायक।’

पोस्टर के जरिए सीएम को बताया था खलनायक
राष्ट्रगान रुकवाकर स्टेडियम घूमने निकले थे मुख्यमंत्री
दरअसल, गुरुवार(20 मार्च) को सीएम पाटलिपुत्र खेल परिसर में सेपक टाकरा वर्ल्ड कप 2025 का उद्घाटन करने पहुंचे थे। CM के पहुंचने के बाद राष्ट्रगान बजाया जाना था, लेकिन उन्होंने राष्ट्रगान को शुरू होने से पहले रुकवा दिया।
उन्होंने मंच से इशारों में कहा, ‘पहले स्टेडियम का चक्कर लगाकर आते हैं, फिर शुरू कीजिएगा।’ CM का संकेत मिलते ही मंत्री विजय चौधरी ने राष्ट्रगान बंद करा दिया। राष्ट्रगान रुकवाने के बाद वे स्टेडियम का चक्कर लगाने के लिए निकल गए। फिर कुछ देर बाद मंच पर लौट आए।
फिर से राष्ट्रगान शुरू हुआ। इस दौरान नीतीश हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन करते रहे। जब प्रधान सचिव दीपक कुमार ने यह देखा तो उन्होंने हाथ देकर रोकना चाहा। उन्हें सावधान मुद्रा में रहने का इशारा किया, लेकिन वह तब भी नहीं माने और पत्रकारों की तरफ देखकर प्रणाम करने लगे।

राष्ट्रगान शुरू हुआ तो हाथ जोड़कर पत्रकारों का अभिवादन करते दिखे थे सीएम।
सिर्फ 22 मिनट चला सदन
बिहार विधानसभा में शुक्रवार को नीतीश के राष्ट्रगान के अपमान करने के मुद्दे पर जोरदार हंगामा होता रहा। सदन के अंदर और बाहर विपक्ष ने पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। कार्यवाही शुरू होने से पहले RJD ने CM नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की। सदन के बाहर पोर्टिको में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी हाथ में बैनर लिए खड़े दिखे। विपक्ष के हंगामे के कारण सिर्फ 22 मिनट ही सदन की कार्यवाही चल पाई।