जिले में इस दिनों रबी फसल की बुआई का दौर चल रहा है। इसके लिए किसानों को डीएपी खाद की जरूरत है, लेकिन कई सहकारी समितियों में डीएपी खाद नहीं है। बीज दुकानों पर भी बड़ी मुश्किल से महंगे दामों पर खाद मिल पा रहा है। इससे फसलों की बुआई प्रभावित हो रही है। क
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नेपानगर क्षेत्र के ग्राम अंबाड़ा, सारोला में किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल पा रह है। वहीं इन दिनों रबी सीजन की बुआई चल रही है। गेहूं फसल के साथ साथ चना, सरसो, मटर की बुआई भी अपने पीक पर है। ऐसे में किसानो को खाद की उपलब्धता जरूरी है, लेकिन इसकी किल्लत कई क्षेत्रों में बनी हुई है।
किसानों को निजी दुकानों से करनी पड़ रही खरीदारी
किसान रोजाना समिति के चक्कर लगाकर खाली हाथ लौट रहे हैं। मजबूरन उन्हें निजी दुकानों से खाद खरीदनी पड़ रही है। किसान किरण मोरे का कहना है कि इससे उनकी लागत में बढ़ोतरी हो रही है और आर्थिक बोझ बढ़ गया है। गेहूं, चना, सरसो, मटर और आलू की बुआई के वक्त खाद की मांग बहुत ज्यादा है, लेकिन समितियों पर खाद की आपूर्ति न होने से परेशानी हो रही। अंबाड़ा गांव के किसानों का कहना है कि सहकारी समिति में डीएपी खाद की बोरी नहीं मिलने से निजी दुकानदार इसे महंगे दामों में बेच रहे हैं। प्रति बोरी 1500 से 1600 रुपए के भाव में बिक रही है। इसके अलावा खाद में मिलावट का खतरा भी किसानों को परेशान कर रहा है। किसानों का कहना है कि खाद की कीमतों में इस बढ़ोतरी से उनकी कृषि लागत भी बढ़ रही है जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई है।
कल ही बैठक हुई थी- समिति प्रबंधक
इसे लेकर अंबाड़ा और सीवल के सहकारी समिति प्रबंधक दिलीप पाटील ने कहा कि 4 माह से नेपानगर क्षेत्र में डीएपी और इफको खाद नहीं आ रहा है। कल भी हमारी बैठक हुई थी जिसमें कहा गया कि रैक लगने वाली है। जल्द खाद मिल जाएगा। सारोला के सहायक समिति प्रबंधक सीताराम राठौर ने भी कहा कि हमारे यहां खाद की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। अफसर इस ओर ध्यान दें।
बुरहानपुर विधायक ने कृषि मंत्री से की जिले में खाद की पर्याप्त उपलब्धता की मांग
बुरहानपुर विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री अर्चना चिटनिस ने किसान कल्याण व कृषि विकास मंत्री एदलसिंह कंसाना, किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के सचिव सहित संबंधित अधिकारियों से चर्चा, पत्राचार कर क्षेत्र के किसानों की मांग पर रबी वर्ष 2024-25 के लिए कॉम्प्लेक्स उर्वरकों की तत्काल उपलब्ध सुनिश्चित करने की मांग रखी। जिस पर मंत्री कंसाना ने संबंधित अधिकारियों को उर्वरक की तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। विधायक अर्चना चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर जिले में रबी मौसम में केला, गन्ना, मक्का, गेहूं, चना की बुआई प्रांरभ हो गई है। जिसमें डीएपी, एनपीके उर्वरक उपयोग किया जाता है, वर्तमान में जिले में एनपीके उर्वरक 12ः32ः16, 10ः26ः26 किसानों को उपलब्ध होने में समस्या हो रही है। जिसको देखते हुए किसान लगातार उर्वरक की मांग कर रहे है।