बच्चियों का 68वीं अंडर-14 बालिका राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता के लिए हुआ चयन।
बैतूल के टेमनी गांव की चार प्रतिभाशाली बालिकाओं ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। आयुषी उइके, पिंकी उइके, सुहाना धुर्वे और तमन्ना वट्टी का चयन 68वीं अंडर-14 बालिका राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता के लिए हुआ है।
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ये उपलब्धि इसलिए भी विशेष है क्योंकि मध्य प्रदेश की 18 सदस्यीय टीम में एक ही गांव की चार खिलाड़ी शामिल हैं। ये सभी खिलाड़ी 25 से 29 अप्रैल तक महाराष्ट्र के कोल्हापुर में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगी।
प्री-नेशनल कैंप में लेंगी हिस्सा प्रतियोगिता की तैयारी के लिए चारों खिलाड़ी 18 से 22 अप्रैल तक सतना में आयोजित होने वाले प्री-नेशनल कैंप में हिस्सा लेंगी। कोच कृष्णा उइके और जिला खेल अधिकारी धमेंद्र पवार ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी हैं।
देश के सभी राज्यों की टीम भाग लेंगी इन चार खिलाड़ियों में आयुषी और पिंकी नौवीं कक्षा की छात्राएं हैं। सुहाना और तमन्ना आठवीं कक्षा में पढ़ती हैं। आयुषी दूसरी बार राष्ट्रीय स्तर पर खेलेंगी। इस प्रतियोगिता में देश के सभी राज्यों की टीम भाग लेंगी।
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फटे जूते और पथरीले ग्राउंड पर की प्रैक्टिस, फिर अपनी प्रतिभा दिखाकर बनीं स्टेट चैंपियन
पथरीले मैदान पर प्रैक्टिस करती प्लेयर्स।
फटे जूतों से झांकती अंगुलियां… नन्हे हाथों में फटी बॉल…तन पर पुराने कपड़े…। देखने और पढ़ने में बहुत ही सामान्य लगेगा, लेकिन यह भावुक करने वाली कहानी उन बच्चियों की है, जो हाल ही में फुटबॉल में स्टेट चैंपियन बनने के बाद नेशनल खेलने की तैयारी में जुटी हैं।
अभावों में भी हौसले बुलंद और मजबूत इरादों वाली ये 10 से 15 साल की लड़कियां कहती हैं….’सर यहां दिक्कतें तो बहुत सारी हैं। पंक्चर बॉल से खेलते हैं। फटे जूतों से पैरों में चोट लग जाती है, जिससे कई बार प्रैक्टिस नहीं कर पाते और हफ्तों तक ग्राउंड से दूर रहना पड़ता है।’ पढ़ें पूरी खबर…