पटना के नौबतपुर में बुधवार की रात एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक की पहचान मनीष उर्फ मोनू के रूप में हुई है। हत्या का आरोप कुख्यात अपराधी मनोज सिंह और उनके बेटे मानिक सिंह के गिरोह पर लगा है।
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घटना रात 8-9 बजे अंजलि तिवारी के गौशाला पर हुई। पिता मुकेश कुमार के अनुसार, लव कुश और दीपक कुमार ने फोन कर मोनू को गौशाला बुलाया था। वहां मनोज सिंह ने मोनू से अपनी बेटी को वापस लाने की बात की और फिर हत्या कर दी।
पिता ने नौबतपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें मनोज सिंह, मानिक सिंह, दीपक कुमार, लव कुश कुमार, अभय सिंह, सेठी सिंह, रणधीर सिंह और एक अन्य दीपक कुमार का नाम दर्ज है। इनके अलावा 3-4 अज्ञात लोग भी आरोपी हैं।
FSL टीम को मिले हैं कई सबूत
पुलिस के मुताबिक मनोज सिंह की बेटी के घर से भाग जाने का विवाद हत्या का कारण है। मनोज सिंह और मानिक सिंह दोनों पर 3 लाख रुपए का इनाम घोषित है। FSL टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पिता ने बताया कि मानिक सिंह, मनोज सिंह, दीपक और अज्ञात लोग हथियार निकालकर मेरे बेटे पर चलाना शुरू कर दिया। पहली गोली लव कुश ने मोनू को मारी। मोनू वहां से भागने का प्रयास करने लगा। तभी सभी लोगों ने उन्हें घेर लिया और पटक कर लगातार उस पर गोलियों की बौछार कर दी। घटना के बाद वे सभी वहां से फरार हो गए।

घटनास्थल पर जांच करती FSL की टीम।
मनोज सिंह की बेटी के भागने का विवाद बताया है
उन्होंने बताया कि इससे पहले मनोज सिंह की लड़की होली के पहले किसी के साथ घर से भाग गई थी। मनोज सिंह को शक है कि उनकी लड़की को भगाने में मोनू ने ही सपोर्ट किया है। इसे लेकर मोनू पर होली के समय ही अभय कुमार, सेठी सिंह, रणधीर सिंह एवं दीपक सिंह उनके घर आए थे। अभय कुमार अपने मोबाइल से मनोज एवं मानिक से मोनू की बात कराया था। तब मनोज, मानिक ने धमकी देते हुए कहा था अगर मेरी बेटी वापस नहीं आएगी तो मैं तुम दोनों बाप बेटा की हत्या कर डालूंगा।
उन्होंने बताया कि मुझे पूरा विश्वास है कि इन लोगों के द्वारा ही मेरे बेटे मोनू की हत्या की गई है। गुरुवार को पटना की एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच के बाद घटनास्थल से काफी साक्ष्य एकत्रित किया है। पुलिस ने घटनास्थल से गोली के दो खोखे और एक जिंदा कारतूस (मिसफायर) बरामद किया है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।