पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू के बाद आफत में आ गए हैं। उनके खिलाफ मोहाली स्थित स्टेट साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज हुई है। बाजवा के खिलाफ बीएनएस की धारा 197(1)(डी) और 35
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वहीं, आज उनसे मोहाली में पुलिस पूछताछ कर सकती है। दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के विधायक व सांसद बाजवा के पक्ष में आ गए हैं। उन्होंने सरकार की इस एक्शन को गलत बताया है। वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम व गुरदासपुर के सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सरकार को घेरते हुए पूछा है कि जेल के अंदर से लॉरेंस का लाइव इंटरव्यू हुआ था। क्या उसके बारे में उस चैनल के एंकर से सोर्स पूछा था।
सुबह हुआ विवाद, शाम को FIR
यह विवाद भी बड़ा दिलचस्प है। बाजवा एक निजी चैनल के प्रोग्राम में शामिल हुए थे। उन्होंने राज्य की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे को लेकर जब एंकर ने सवाल किया तो उन्होंने कहा था, “पंजाब में 50 ग्रेनेड आए थे, जिनमें से 18 इस्तेमाल हो चुके हैं, जबकि 32 बाकी हैं।” जैसे ही रविवार को शो से पहले उसका टीज़र चलने लगा तो इस मामले का सरकार ने खुद संज्ञान ले लिया।
वहीं, दोपहर 12 बजे के करीब एआईजी काउंटर इंटेलिजेंस रवजोत ग्रेवाल उनके चंडीगढ़ के सेक्टर-8 स्थित घर पर पहुंची। साथ ही बाजवा द्वारा ग्रेनेड से जुड़े मामले में उनका सोर्स पूछा गया। वह करीब 15 मिनट तक वहां रुकी। इसके बाद वह वहां से निकल गई। मीडिया से बातचीत में कहा कि बाजवा सहयोग नहीं कर रहे हैं। वह बम का सहयोग नहीं कर रहे हैं। शाम को जैसे ही आठ बजे शो हुआ, उसके बाद केस दर्ज हुआ
सीएम बोले साेर्स बताए, नहीं तो एक्शन
इसी दौरान पंजाब के सीएम भगवंत मान ने करीब ढाई मिनट का एक वीडियो जारी कर दिया। सीएम ने कहा कि बाजवा के पास यह इन्फॉर्मेशन आई थी? पाकिस्तान से उनके कौन से कनेक्शन हैं कि वहां के आतंकवादी सीधे उन्हें फोन कर बता रहे हैं कि उन्होंने कितने बम भेजे हैं? ये इन्फॉर्मेशन न इंटेलिजेंस के पास है, न केंद्र सरकार से आया है, लेकिन इतने बड़े विपक्ष के नेता के पास आई है।
क्या वो इस चीज़ का इंतजार कर रहे थे कि बम फटे और लोग मरें, ताकि उनकी राजनीति चलती रहे? और अगर ये झूठ है तो क्या वो पंजाब में ऐसी बातें कर दहशत फैलाना चाहते हैं? उनके पास यह इन्फॉर्मेशन कहां से आई? उनके ऐसे कौन से सोर्स हैं जो उन्हें सीधे ऐसी इन्फॉर्मेशन दे रहे हैं? और ऐसा नहीं है तो वह दहशत फैला रहे हैं और इस पर बहुत बड़ा एक्शन लिया जाएगा। वहीं, आपके सारे मंत्री व विधायक भी इस मामले में कूद पड़े। सारे बयान जारी करने लग पड़े। देर शाम केस दर्ज हुआ।

बाजवा बोले सोर्स नहीं बताऊंगा
पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पुलिस की कार्रवाई पर कहा—मैं पूरे पंजाब को बताना चाहता हूं कि मैं सीएलपी नेता हूं। जिम्मेदार पद है। 10–15 सालों से माहौल खराब रहा है। मैंने एक टीवी इंटरव्यू दिया था जो कि आज चला है। मुझे मेरे सोर्स ने जानकारी दी कि 50 बम पंजाब में आए। इनमें से 18 चल चुके हैं। इनमें से एक अटैक मनोरंजन कालिया के घर हुआ है। ऐसे में मुझे अलर्ट रहना चाहिए। मैं आतंकवाद परिवार से संबंध रखता हूं। मैं अपना सोर्स नहीं बताऊंगा। मैं डरने वाला नहीं हूं।

कांग्रेस आई बाजवा के पक्ष में पंजाब कांग्रेस के सारे विधायक, सांसद व नेता बाजवा के पक्ष में आ गए हैं। कांग्रेस नेताओं ने दोहराया कि पंजाब में शांति और सद्भाव के लिए खतरा वास्तविक और गंभीर है, जिसकी ओर बाजवा ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है, जबकि सरकार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा सरकार को जवाबदेह ठहराती रहेगी, चाहे वह कितनी भी धमकी देने की कोशिश करे। वहीं, सुखजिंदर सिंह रंधावा ने लिखा है कि भगवंत मान साहब स्टेट को स्टेज न बनाएँ। वहीं, उन्होंने लिखा है कि लॉरेंस बिश्नोई की जेल से लाइव इंटरव्यू हुई थी। उस नामी चैनल के एंकर से उसका सोर्स क्यों नहीं पूछा