पंजाब में किसान नेताओं की गई गिरफ्तारी और बर्बरतापूर्वक बॉर्डर खुलवाने पर हरियाणा के किसानों में भी रोष है। इस पर पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति हरियाणा ने सरकार की इस कार्रवाई पर कड़े शब्दों में निंदा की है। इसे पंजाब सरकार की घिनौनी हरकत बताया
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पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष मनदीप नथवान।
संयुक्त किसान मोर्चा ले सकता है फैसला अब इस मामले में संयुक्त किसान मोर्चा ही अगला ठोस फैसला ले सकता है। कारण है कि जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवण पंधेर का संगठन ही धरने पर बैठा हुआ था। पंजाब व हरियाणा के कई बड़े किसान संगठन शामिल नहीं थे। हालांकि, सभी किसान नेता भूख हड़ताल के दौरान डल्लेवालव व पंधेर से मिलने पहुंचे थे और हालचाल जाना था। इसी का फायदा सरकार ने उठाया। ऐसे में एक बार फिर संयुक्त किसान मोर्चा ही आगे आ सकता है। संगठनों ने बयान जारी करना शुरू कर दिया है।

पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति हरियाणा के महासचिव संदीप सिवाच।
किसान नेताओं की गिरफ्तारी पंजाब सरकार की घिनौनी हरकत:संदीप सिवाच पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति हरियाणा के प्रदेश महासचिव संदीप सिवाच ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा सरवण सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल सहित अन्य किसान नेताओं की गिरफ्तारी की कायरता पूर्ण करवाई की पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति कड़े शब्दों में निंदा करती है ।वह सरकार से मांग करती है कि किसान नेताओं को जल्दी से जल्दी रिहा किया जाए। केंद्र सरकार व पंजाब सरकार से बातचीत के बाद पंजाब पुलिस द्वारा किसान नेताओं की गिरफ्तारी की गई है, जो कि एक विश्वास घात है। इसे राजनीतिक रूप से भी देखा जा रहा पंजाब में सरकार की ओर से खन्नौरी और शंभू बॉर्डर खुलवाना शुरू कर दिए है। यह कार्रवाई किसानों की सोच से विपरित रही। अब तक पंजाब और दिल्ली की आप सरकार किसानों के पक्ष में थी और पूरा स्पोर्ट भी किया। अब अचानक पंजाब की आप सरकार ने किसानों के खिलाफ ठोस कदम उठाया। किसानों को भी इसकी उम्मीद नहीं थी। इसे राजनीतिक रूप से भी जोड़ा जा रहा है। बता दें कि एमएसपी और किसान मांगों को लेकर किसान नेता डल्लेवाल पिछले कई दिनों से भूख हड़ताल पर चल रहे थे। इसके चलते खन्नौरी और शंभू बॉर्डर भी बंद रहा। बुधवार को पुलिस ने अचानक बॉर्डर पर बैठे किसानों को खदेड़ना शुरू कर दिया और कई किसान नेताओं को अपनी हिरासत में ले लिया।