पंजाब यूनिवर्सिटी के बॉयज हॉस्टल नंबर 7 के कमरा नंबर 93 में ड्रग्स की ओवरडोज के कारण विकास की मौत हुई थी। इसका खुलासा चंडीगढ़ पुलिस की जांच में हुआ है। चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान हिमाचल प्रदेश के कुल्लू
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घटना सोमवार रात की है, जब विकास अपने दोस्त से मिलने हॉस्टल पहुंचा था। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने विकास के साथ हॉस्टल के कमरा नंबर 93 में ड्रग्स का सेवन किया। विकास ने ड्रग्स की ओवरडोज ले ली, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसके दोस्तों ने उसे सेक्टर 16 के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आरोपियों पर मामला दर्ज पुलिस स्टेशन सेक्टर 11 ने आर्यन प्रभात (गांव बंजार, जिला कुल्लू) और परीक्षित कौशल (गांव माधवानी, तहसील कुमार सैन, जिला शिमला) के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 105 बी के तहत मामला दर्ज किया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि आरोपी ड्रग्स कहां से लाते थे और इसे पंजाब यूनिवर्सिटी के अंदर व अन्य इलाकों में किस-किस को सप्लाई करते थे।
सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन पर सवाल इस घटना ने यूनिवर्सिटी प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस यह जांच कर रही है कि विकास और आरोपी जैसे बाहरी लोग यूनिवर्सिटी परिसर में कैसे दाखिल हुए। क्या इनकी एंट्री रजिस्टर में दर्ज थी, या यह सुरक्षा में गंभीर चूक का मामला है?
मामले की जांच जारी चंडीगढ़ पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं और यूनिवर्सिटी के वार्डन और अन्य छात्रों से पूछताछ की है। साथ ही, ड्रग्स सप्लाई के नेटवर्क को उजागर करने के लिए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में इस केस में और भी खुलासे हो सकते हैं।