मध्य प्रदेश में बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘हिंदू ग्राम’ का कंस्ट्रक्शन शुरू हो गया है। गांव में मकान के लिए पहली बुकिंग अमेरिकी NRI ने की है। अब तक 15 फ्लैट बुक हो चुके हैं। सभी बुकिंग करने वाले बाहरी हैं। इसमें दिल्ली
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इस मेगा प्रोजेक्ट की लागत 480 करोड़ रुपए है। पहले चरण में दो साल में 72 मकान बनाए जाएंगे। कुल एक हजार फ्लैट बनाए जाने हैं। 5 से 6 साल में प्रोजेक्ट तैयार हो जाएगा। प्रोजेक्ट के लंबा चलने के कारण कीमत भी बढ़ सकती है।
सबसे बड़ा सवाल ये है कि जब बागेश्वर धाम के गढ़ा गांव में पहले से ही 100% हिंदू आबादी है तो वहां अलग से हिंदू ग्राम बनाने की आवश्यकता क्यों पड़ी, हिंदू ग्राम में बन रहे फ्लैट किसे और कैसे मिलेंगे…
पढ़िए इस ग्राउंड रिपोर्ट में-
बागेश्वर धाम में बालाजी मंदिर से करीब 1 किमी दूर गढ़ा गांव में ही हिंदू ग्राम का निर्माण चल रहा है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने गढ़ा गांव के किसानों से करीब 70 लाख रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से 6 एकड़ जमीन खरीदकर बागेश्वर धाम जन सेवा समिति के नाम की है। इस गांव के लिए किसानों से जो जमीन खरीदी गई है, उस पर जेसीबी मशीन से ब्लॉक्स की खुदाई का काम शुरू हो गया है।
जमीन पर ईंट बनाने का काम चल रहा है। साथ ही गिट्टी, सीमेंट, रेत और लोहे की छड़ें भी रख दी गई हैं। जमीन के शुरुआती हिस्से में एक बड़ा सा बैनर लगा है जिस पर लिखा है- प्रस्तावित हिंदू ग्राम स्थल। बैनर में तीन मंजिला मल्टी बिल्डिंग की झलक भी दिखाई गई है। बताया जा रहा है कि हिंदू ग्राम में मकान भी इसी डिजाइन के बनाए जाएंगे। साथ ही हिंदू ग्राम की परिकल्पना का पूरा मैप भी दिखाया गया है।

फ्लैट बनाने के लिए सीमेंट और सरिए रख दिए गए हैं।
एक मल्टी में होंगे 24 फ्लैट
मौके पर कंस्ट्रक्शन का काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि एक ब्लॉक की खुदाई का काम शुरू हो गया है। दूसरे ब्लॉक की खुदाई का काम जारी है। एक ब्लॉक की जमीन का एरिया 4524 स्क्वायर फीट का है। इसमें तीन मंजिला बिल्डिंग का निर्माण होगा। हर मंजिल में 1बीएचके के 8 फ्लैट होंगे। इस तरह एक मल्टी में 24 फ्लैट होंगे। ठेकेदार अनुपम सोनी बताते हैं कि हमारा प्रयास है कि शुरुआती तीन महीने में यानी बारिश से पहले 3 बिल्डिंग बन कर तैयार हो जाएं। एक फ्लैट की कीमत 17 लाख रुपए होगी। इसको लेकर एक पूरा प्लान और नियमों की किताब तैयार की गई है जो समिति के पास है।
इसी बीच प्रस्तावित हिंदू ग्राम स्थल पर कुछ श्रद्धालु भी पहुंचे। ये श्रद्धालु हिंदू ग्राम का निर्माण काम देखने के साथ इससे जुड़ी जानकारी लेने के लिए यहां पहुंचे थे। वाराणसी से अपने परिवार के साथ आई सीमा देवी ने कहा, हम बागेश्वर महाराज के दर्शन के लिए यहां आए थे। इसी बीच हमें हिंदू ग्राम निर्माण की जानकारी लगी तो हम इसे देखने आ गए हैं। हमें पसंद आएगा और हमारा सामर्थ्य रहा तो हम यहां एक घर लेंगे।

गढ़ा गांव में जहां ये निर्माण चल रहा है, वहां सड़क किनारे भगवा पताकाएं लगाई गई हैं।
धीरेंद्र शास्त्री को कैसे आया हिंदू ग्राम का आइडिया…
पंडित धीरेंद्र शास्त्री का कहना है कि हिंदू राष्ट्र का सपना हिंदू घर से शुरू होता है। पहले हिंदू परिवार, समाज और ग्राम बनेंगे। फिर हिंदू तहसील, जिला और राज्य की स्थापना होगी। इसके बाद हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना पूरी होगी।
उन्होंने कहा कि भारत में एक भी ऐसा ग्राम नहीं है, जो स्वयं से हिंदू ग्राम कह सके। हम देश का पहला हिंदू गांव बनाने जा रहे हैं। यहां एक हजार हिंदू परिवार रहेंगे। निर्माण की जिम्मेदारी बागेश्वर धाम के सेवादारों की रहेगी।

पं शास्त्री ने पिछले महीने ही गांव में फ्लैट निर्माण के लिए भूमिपूजन किया है।
जब गांव में पहले से 100% हिंदू तो अलग से हिंदू ग्राम क्यों…
बागेश्वर धाम के मीडिया प्रभारी कमल अवस्थी ने कहा कि हां ये सही बात है कि गढ़ा गांव में कोई मुसलमान नहीं रहता है, लेकिन हमारे यहां ऐसी व्यवस्थाएं चली आ रही है कि हम ऑफिशियल तौर पर किसी गांव को इस तरह हिंदू ग्राम घोषित नहीं कर सकते। ऐसे देश में 6 से 7 लाख गांव होंगे जहां हिंदू रहते हैं। हमारा एक संवैधानिक ढांचा है, उसमें स्वतंत्रता का अधिकार है।
लोग अपनी मर्जी से रहते हैं। कमाते हैं, खाते हैं। लेकिन अब तक कोई घोषित हिंदू गांव नहीं है। इसीलिए महाराज श्री का कहना है कि पहले वो अपने धाम से ही इसकी शुरुआत करेंगे। फिर अन्य सनातनियों तक ये संदेश पहुंचेगा। वो भी उस दिशा में आगे बढ़ेंगे।

अब जानिए कैसे आकार लेगा हिंदू ग्राम
‘हिंदू गांव’ बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर से मात्र एक किमी दूर रहेगा। 5 ब्लॉक में एक हजार मकान बनाए जाएंगे। हर बिल्डिंग तीन मंजिला रहेगी। इन ब्लॉकों के नाम पवित्र नदियों- गंगा, यमुना, केन, धसान और उर्मिल के नाम पर रखे गए हैं। पहले चरण में उर्मिल, धसान और केन ब्लॉक का निर्माण शुरू हो गया है।
बागेश्वर धाम के सेवक चंदन त्रिपाठी के अनुसार, सभी आवास वन बीएचके हैं। प्रत्येक यूनिट 400 वर्गफीट का होगा। इसमें एक बेडरूम, हॉल, किचन, वॉशरूम और बालकनी होगी। आवास तीन फ्लोर पर बनाए जाएंगे। पूरा एरिया कवर्ड कैंपस रहेगा। आवास में बिजली, पानी की सुविधा के साथ दरवाजे, खिड़कियां भी लगाकर दिए जाएंगे। इसके अलावा, सोसायटी में स्ट्रीट लाइट, पार्किंग, सड़कें, पार्क, सीसीटीवी की व्यवस्था की जाएगी।
शास्त्री के हिंदू गांव में यज्ञ शाला और स्कूल भी
बागेश्वर धाम से एक किलोमीटर दूर बन रहे इस ‘हिंदू ग्राम’ के निमार्ण कार्य का भूमिपूजन धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने इसी साल 2 मार्च को किया था। इसे 6 एकड़ में बनाया जा रहा है। धाम के मैनेजमेंट से जुड़े लोगों का दावा है कि यहां सनातन धर्म और वैदिक संस्कृति की झलक एक साथ देखने को मिलेगी। यहां स्कूल, प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, उद्यान, खेल मैदान, यज्ञ शाला, गोशाला और उत्सव भवन बनाए जाएंगे।

फ्लैट बनाने के लिए पहले ब्लॉक की खुदाई का काम शुरू हो गया है।
25 हजार रुपए से बुकिंग, 12 किस्तों में पूरा पेमेंट
यहां फ्लैट्स की बुकिंग शुरू हो गई है। बुकिंग करने के लिए बागेश्वर धाम आना होगा। जो लोग किसी कारण से नहीं आ पा रहे हैं, वे धाम के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
बुकिंग के लिए 25 हजार रुपए जमा कराना है। इसके बाद 15 से 30 अप्रैल के बीच पहली किस्त के रूप में पांच लाख रुपए जमा करना होंगे। बाकी पेमेंट 12 किस्तों में एग्रीमेंट की शर्तों के साथ करना होगा। पूरा पेमेंट होने पर आवास पजेशन दिया जाएगा।

रजिस्ट्री नहीं, एग्रीमेंट से मिलेगा मकान
हिंदू गांव में फ्लैट खरीदने वाले की रजिस्ट्री नहीं कराई जा रही है, बल्कि ग्राहक और समिति के बीच 30 साल का एग्रीमेंट किया जा रहा है।
अगर 30 के बजाय 99 साल का एग्रीमेंट करना चाहते हैं, तो 5 लाख रुपए अधिक देने होंगे।
बागेश्वर धाम से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि अभी महाराज जी मुंबई दौरे पर हैं। एग्रीमेंट पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ है। इसमें कुछ संशोधन होने बाकी हैं।
एग्रीमेंट 30 साल का होगा या 99 साल का, ये समिति और मकान की बुकिंग कराने वाले लोग महाराज के साथ बैठकर तय करेंगे। इसके अलावा मकान की एक चाबी समिति के पास रहेगी या नहीं इस पर भी फैसला होगा।

बागेश्वर धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु भी हिंदू ग्राम के फ्लैट की जानकारी ले रहे हैं।
एग्रीमेंट की शर्तें: न किराए पर दे सकते हैं, न बेच सकते हैं
1. यहां कोई भी व्यक्ति फ्लैट ले सकता है, बशर्ते हिंदू होना चाहिए। सनातन धर्म को मानता हो। कोई रिजर्वेशन नहीं है।
2. आवास श्री बागेश्वर धाम जनसेवा समिति के स्वामित्व की भूमि पर बनाए जा रहे हैं।
3. इन आवासों को बेचा नहीं जा रहा। इन्हें धर्म और सेवा कार्य के लिए निर्धारित अवधि के लिए भेंट किया जा रहा है।
4. आवास निर्धारित लागत राशि जमा होने के बाद 30 वर्ष की लीज के लिए दिए जा रहे हैं।
5. परिवार के पास 30 साल तक आवास के उपयोग का अधिकार होगा।
6. इनका उपयोग स्वयं के आने-जाने, रुकने, मित्र-रिश्तेदारों के रुकने के लिए किया जा सकता है।
7. परिवार को मेंटेनेंस भी देना होगा, जिससे बिजली, पानी, सुरक्षा, पार्किंग, गार्डन, सफाई की सुविधा मिलेगी।
8. फ्लैट को न तो किराए पर दिया जा सकता है और न बेचा जा सकता है। इसका अधिकार उसके रिश्तेदारों को ही प्राप्त होगा।
9. राशि दान स्वरूप बागेश्वर धाम जनसेवा समिति के खाते में या नकदी के रूप में दी जा सकती है।
10. पजेशन के लिए बागेश्वर धाम जनसेवा समिति व शिष्य परिवार के बीच स्टाम्प एग्रीमेंट लिखा जाएगा।
11. शर्तों का उल्लंघन करने पर एग्रीमेंट निरस्त किया जा सकता है।