पटना मेट्रो ने बिजली कंपनी से 132 केवीए ट्रांसमिशन लाइन पर 2000 केवीए के लोड का कनेक्शन मांगा है। यह पहले चरण में 15 अगस्त से परिचालन शुरू होने वाले मेट्रो के लिए है। इसकी कुल लंबाई 6.63 किमी है। इसको लेकर डीएमआरसी और पीएमआरसी ने तैयारी तेज कर दी है।
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पटना मेट्रो ने बिहार विद्युत विनियामक आयोग को रेलवे से 1.50 रुपए सस्ते दर पर बिजली देने का प्रस्ताव दिया है। बिहार में रेलवे का बिजली दर 8.16 रुपए प्रति यूनिट है। इसके साथ 540 रुपए प्रति केवीए फिक्स चार्ज है। मेट्रो के अधिकारियों के मुताबिक सस्ती दर पर बिजली की मांग की वजह मेट्रो मुनाफा कमाने वाली संस्था नहीं है। हमारा काम जन सेवा का है। रेलवे की तरह वाणिज्यिक कारोबार नहीं है। अन्य राज्यों में रेलवे ट्रैक्शन ट्रैक से सस्ते दर पर मेट्रो को बिजली मिल रही है।
देश के अन्य शहरों में मेट्रो चलाने के लिए बिजली की खरीद दर
- दिल्ली में 6.25 रुपए प्रति यूनिट
- बेंगलूरू में 5.35 रुपए प्रति यूनिट
- हैदराबाद में 4.95 रुपए प्रति यूनिट
- जयपुर में 5.70 रुपए प्रति यूनिट
- मुंबई में 5.31 रुपए प्रति यूनिट
- लखनऊ में 7.30 रुपए प्रति यूनिट
- नोएडा में 7.30 रुपए प्रति यूनिट
ट्रैक बिछाने का काम मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के बीच जहां काम पूरा हो गया है वहां ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है। इसके साथ ही बिजली का पोल आदि लगाया जा रहा है। अभी तीन प्वाइंट पर स्पैन ज्वाइंट होने के बाद कार्य होगा। ये सभी तीन प्वाइंट बाइपास पर है।
32.40 किमी लंबा मेट्रो का हो रहा निर्माण
शहर में दानापुर से पटना सिटी तक 32.40 किमी लंबा मेट्रो का निर्माण चल रहा है। इसमें मोइन उल हक स्टेडियम से पटना विवि के बीच 1.5 किमी अंडरग्राउंड मेट्रो का टनल बनकर तैयार हुआ है। इसके अलावे पटना विवि से पटना जंक्शन के बीच अंडरग्राउंड टनल का कार्य जारी है। यहां से टनल बोरिंग मशीन निकलने के बाद मलाही पकड़ी से मोइन उल हक स्टेडियम के बीच अंडरग्राउंड टनल का कार्य शुरू होगा। अभी तक पटना जंक्शन से रूकनपुरा तक अंडरग्राउंड मेट्रो का कार्य शुरू नहीं हुआ है।
तेजी से स्टेशन का निर्माण : 6.63 किमी लंबे एलिवेटेड मेट्रो का सफर करने वाले लोगों को मलाही पकड़ी, भूतनाथ, जीरो माइल, पाटलिपुत्र बस टर्मिनल पर चढ़ने उतरने की सुविधा मिलेगी। 15 अगस्त तक नहीं बनने की स्थिति में खेमनीचक स्टेशन को बाइपास कर चलाया जाएगा।