भोपाल में 13 साल पहले हुई शादी के बाद दो साल पहले पति धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा। पीड़िता का आरोप है कि ननद भी उसे धर्म बदलने के लिए प्रताड़ित करती थी। बात नहीं मानने पर उसे घर से निकाल दिया गया है। अब आरोपी पीड़िता के मायके पहुंचकर उसे धमकाता है।
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बात नहीं मानने पर हत्या की धमकी देता है। इतना ही नहीं बेटी को जबरन छीनकर ले जाने का भी प्रयास कर चुका है। महिला की शिकायत के बाद शाहजहांनाबाद पुलिस ने आरोपी पति माजिद अली पर मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल उसकी गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी माजिद और उसकी बहन तबस्सुम ने महिला को धर्म परिवर्तन के लिए प्रताड़ित किया था। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है और 24 मार्च को इसमें गवाही होना है। इस मामले में समझौता करने के लिए महिला को जुलाई-2024 से प्रताड़ित किया जा रहा है। समझौता करने से मना करने पर महिला, उसकी मां और बेटी को जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
16 मार्च को आरोपी पत्नी को धमकाने पहुंचा था। महिला ने डायल-100 पर कॉल किया। टीआई यूपीएस चौहान ने बताया कि, दोनों पक्षों में लंबे समय से विवाद है। पूर्व में महिला आरोपी पति पर दहेज प्रताड़ना का केस भी दर्ज करा चुकी है।
पुलिस के पहुंचने से पहले ही भाग निकला आरोपी
आरोपी पति पुलिस के आने से पहले ही वह भाग निकला। महिला ने पुलिस को बताया- आरोपी माजिद उस पर लगातार धर्म परिवर्तन कर दोबारा साथ रहने का दबाव बना रहा है। वह धमकाता है- अगर तुझे जिंदा रहना है तो बच्ची मुझे दे दे। नहीं तो उसे जबरन ले जाऊंगा। दिसंबर-2024 में बेटी को उठाकर भाग रहा था। शोर मचाने पर वह बेटी को छोड़कर भाग निकला। तब भी उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।
शाहजहांनाबाद थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं
पीड़िता द्वारा दर्ज एफआईआर में इस बात का जिक्र है कि फरवरी 2025 में CM हेल्पलाइन में भी शिकायत की थी। इसके बाद भी माजिद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। यही कारण है कि उसके हौसले लगातार बुलंद होते गए और मुझे घर में घुसकर धमकाने के साथ ही बदसलूकी करता है। हत्या की धमकी देता है।
बिना किसी कोर्ट कार्रवाई के बच्ची की मांग की
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि तीन दिन पहले आरोपी माजिद जब घर आया तो उसने दबाव बनाया कि बिना किसी कोर्ट की कार्रवाई के बच्ची उसे सौंप दी जाए। जबकि मैं हमेशा से कहती आ रही हूं कि कोर्ट बच्ची के संबंध में जो भी फैसला लेगा, मैं सम्मान करूंगी, लेकिन पति बच्ची को बिना कोर्ट के निर्णय के उसे देने का दबाव बनाता है।