मुजफ्फरपुर के नर्सरी व्यवसायी प्रवीण कुमार(27) की 17 सितंबर को पुणे में हत्या हुई थी। इस घटना में प्रवीण के दोस्त राजीव कुमार समेत 4 लोगों को पुणे पुलिस ने अरेस्ट किया था। अब इस मामले में नया मोड़ सामने आया है।
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पुणे पुलिस के अनुसार, राजीव को यह शक था कि उसकी पत्नी का प्रवीण से प्रेम-प्रसंग चल रहा है। इसी शक में उसने नर्सरी में पहले से काम कर चुके धीरज कुमार, संदीप कुमार और मनोज कुमार के साथ मिलकर प्रवीण को मार डालने की साजिश रची। मंगलवार की रात पुणे में नर्सरी में प्रवीण सो रहा था। इसी दौरान राजीव समेत चारों ने धारदार हथियार से गला काट कर उसकी हत्या कर दी।
बता दें कि आरोपी राजीव कुमार प्राइमरी स्कूल का शिक्षक है। वहीं, मनोज, राजीव कुमार का अपना भाई है। मनोज, धीरज, संदीप और प्रवीण(मृतक) एक साथ काम करता था।
पुलिस सुरक्षा में आरोपी के पिता को थाने ले जाती पुलिस।
राजीव के पिता के साथ प्रवीण के परिजनों ने की मारपीट
वहीं, शुक्रवार को प्रवीण का शव उसके घर मुजफ्फरपुर के सकरा थाने क्षेत्र के मछही गांव पहुंचा। यहां परिजनों ने गुस्से में आकर प्रवीण के शव को राजीव के घर लाया। वहां, घर में मौजूद राजीव के पिता के साथ पहले मारपीट की। फिर शव को उसके घर के पास ही जलाने लगा। इसके बाद गांव में माहौल खराब हो गया। इसकी जानकारी जैसे ही परिजनों को मिली। वो मौके पर पहुंच मामले को शांत करवाए। शव का अंतिम संस्कार करवाया। इसके बाद राजीव के पिता को अपने साथ पुलिस की गाड़ी में बैठाकर थाने ले गई।
इस दौरान ग्रामीण लोग उग्र नजर आए। वे राजीव के पिता को गांव से नहीं जाने देना चाहते थे। माहौल बिगड़ता देख पुलिस को लाठी तक लोगों को दिखानी पड़ी। वहीं, घटना के बाद गांव में पुलिस कैंप कर रही है।

हत्यारोपी राजीव कुमार।
चारों आपस में थे दोस्त
बता दें कि मृतक प्रवीण कुमार पुणे में नर्सरी का काम करता था। वो यहां से पौधा पुणे ले जाकर नर्सरी शुरू किया था। इसमें राजीव का भाई मनोज और धीरज और संदीप भी काम करता था। चारों एक ही गांव के रहने वाले हैं। वहीं, राजीव ने अपने भाई, धीरज और संदीप के साथ प्लानिंग रच घटना को अंजाम दिया। वहीं, मनोज का भी प्रवीण के साथ पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद था। अभी तक धीरज और संदीप का प्रवीण से कोई दुश्मनी था या नहीं ये सामने नहीं आया है।
मोबाइल लोकेशन को ट्रैक कर आरोपी तक पहुंची पुणे पुलिस
घटना की प्लानिंग के बाद राजीव 3 दिन का स्कूल से छुट्टी लेकर सोमवार को मुजफ्फरपुर से फ्लाइट से पुणे पहुंचा था। मंगलवार की रात उसने मर्डर किया। हत्या के बाद पुणे पुलिस ने मनोज और धीरज को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, इनके निशानदेही पर भाग रहे राजीव और धीरज के मोबाइल लोकेशन को पुलिस ने ट्रैक किया। बुधवार को ट्रेन पकड़ने से पहले ही पुलिस ने कल्याण जंक्शन से राजीव और धीरज को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने जब दोनों से कड़ाई से पूछताछ की तो पता चला कि प्रवीण की हत्या के बाद घर पहुंच कर पत्नी की भी हत्या कर देने की साजिश थी। लेकिन वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

गांव में कैंप करती पुलिस। मामले को शांत करवा रही है।
प्रवीण को राजीव के ससुराल वाले बहुत मानते थे
मछही मेला के पास प्रवीण और राजीव का घर सड़क के आमने सामने है। प्रवीण के दोस्तों ने बताया कि राजीव की शादी कराने में प्रवीण ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया था। इस कारण राजीव की तरह प्रवीण को भी उसके ससुराल वाले मानते थे। इसी बीच किसी बात को लेकर राजीव और उसकी पत्नी में अनबन होने लगी।
प्रवीण और राजीव की पत्नी का एक साथ फोटो हुआ था वायरल
शादी के 4 साल हो गए थे। लेकिन विवाद जारी था। मारपीट करने पर प्रवीण से राजीव की पत्नी बचाने का गुहार लगाती थी। इस कारण राजीव को प्रवीण पर शक होने लगा। कुछ माह पहले दोनों की एक तस्वीर भी वायरल हुई थी। इसके बाद और मामला बढ़ गया। इसी सब के बीच राजीव ने हत्या की साजिश रची।
नर्सरी के पार्टनरशिप को लेकर भी था विवाद
प्रवीण के परिजनों के अनुसार, नर्सरी में पार्टनरशिप को लेकर भी आरोपी राजीव के बड़े भाई मनोज के साथ उसका विवाद चल रहा था। जिस रात वारदात हुई उस रात नर्सरी में प्रवीण के साथ एक और सहयोगी सोया हुआ था। जिसे राजीव ने प्रवीण से अलग सो जाने के लिए कहा था। ताकि प्रवीण की हत्या में कोई दिक्कत न हो।
वहीं, बुधवार को कागजी प्रक्रिया पूरा नहीं हो पाने के कारण शुक्रवार को प्रवीण का शव गांव पहुंचा। मृतक के चाचा उमाशंकर सिंह फ्लाइट से शव को लेकर बिहार आए। इसके बाद परिजनों ने राजीव के घर पर जमकर हंगामा किया।
पुलिस भीड़ से बचा कर आरोपी के पिता को अपने साथ लाई
पूरे मामले को लेकर ग्रामीण एसपी विद्यासागर ने बताया कि शुक्रवार को पुणे से पोस्टमॉर्टम के बाद जब प्रवीण का शव सकरा थाना क्षेत्र के मछही गांव पहुंचा, तो प्रवीण के परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। इसके बाद सभी राजीव के घर पहुंचे। उस समय राजीव के पिता घर में मौजूद थे। प्रवीण का शव राजीव के दरवाजे पर जलाने का प्रयास करने लगे। साथ ही राजीव के पिता के साथ मारपीट की कोशिश भी की गई।
घटना की जानकारी मिलने के बाद पहुंची सकरा थाना पुलिस ने राजीव के पिता को सुरक्षित निकालकर सकरा थाने ले गई। ग्रामीणों को समझा कर मना कर शव अंतिम संस्कार के लिए गांवों के श्मशान भेजा गया। फिलहाल, गांवों में पुलिस कैंप कर रही है।