पुलिस गिरफ्त में आरोपी सुनील गणावा।
रतलाम के कनेरी में दो दिन पूर्व सरकारी स्कूल के गेट के पास मिले युवक के शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। युवक की हत्या कर स्कूल की बाउंड्रीवॉल पर छोड़ दिया था। हत्या का कारण उसका आरोपी की पत्नी से अवैध संबंध सामने आया है। आरोपी ने अपने चार रिश्तेदार
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22 जनवरी की सुबह शहर के डीडी नगर थाना अंतर्गत गांव कनेरी के शासकीय हाई स्कूल के गेट के पास एक युवक की लाश मिली थी। युवक की शिनाख्त गांव जेतपाड़ा निवासी भरत (26) पिता मोहन भाभर के रूप में हुई।
युवक के सिर पर चोट के निशान थे। युवक की बाइक भी वहीं पर खड़ी मिली थी। चौकीदार की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। शव पोस्टमॉर्टम के लिए रतलाम मेडिकल कॉलेज भेजा था। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच की।
मृतक भरत भाभर।
24 घंटे में तलाश किए हत्यारे
जांच को लेकर एसपी अमित कुमार ने टीम बनाई। एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया, डीडी नगर थाना प्रभारी रविंद्र दंडोतिया और अन्य को शामिल किया। जांच में सामने आया कि युवक की हत्या कर शव स्कूल के पास छोड़ा गया। पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल पर मिले सबूतों, टेक्निकल एविडेंस, मुखबिर तंत्र और परिजनों के बयान लिए।
इसमें सामने आया कि ग्राम कुआझागर के रहने वाले बबलू उर्फ संजय पिता कैलाश मईड़ा की दूसरी पत्नी से मृतक भरत भाभर के अवैध संबंध थे। बबलू उर्फ संजय व उसकी दूसरी पत्नी दोनों ग्राम तितरी में हुसैन समोसा वाला के कॉटेज पर चौकीदारी का काम करते है।
रात में प्रेमिका के साथ था
पुलिस के अनुसार मृतक भरत भाभर अपने घर से 21 जनवरी की रात 8 बजे पिकअप पर जाने का बोलकर अपनी बाइक से निकला था। घर से निकल कर वह तितरी में कॉटेज पर गया। उस समय बबलु उर्फ संजय अपने माता पिता व पहली पत्नी के घर कुआझागर गया था।
उसी रात करीब 2 बजे जब बबलु उर्फ संजय वापस कॉटेज पर आया तो उसने कॉटेज के कमरे में उसकी पत्नि को उसके प्रेमी (भरत भाभर) के साथ देख लिया। तब बबलु उर्फ संजय ने कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया।

गांव कनेरी में स्कूल की बाउंड्रीवॉल के पास इस तरह मिला था शव। मौके पर एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल, टीआई रविंद्र दंडोतिया पहुंचे थे।
पति ने रिश्तेदारों को बुलाया
रात में संजय ने अपने रिश्तेदार सुनिल पिता रामलाल गणावा निवासी कोलवाखेडी, ईश्वर निवासी आलनिया, राहुल निवासी आलनिया को फोन कर तितरी कॉटेज पर बुलाया। भरत भाभर की हत्या का प्लान बनाया। जब भरत और उसकी प्रेमिका ने कमरे से बाहर चारों को देखा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। सुनिल ने सब्बल से दरवाजे की चोखट के पास से ईट निकाल कर दरवाजा खोला। भरत व उसकी प्रेमिका को बाहर निकाला। बाहर निकालने के बाद चारों ने भरत के साथ गेती के हत्थे, पीवीसी के पाईप व लात-घुसों से मारपीट की।
दुर्घटना बताने की कोशिश
रात में मारपीट कर सभी कॉटेज पर ही रुके रहे। भरत भी बेसुथ हालात में था। 22 जनवरी की सुबह 7 बजे बबलु उर्फ संजय ने अपने साथी दिनेश के साथ मिलकर भरत की बाइक से भरत को बेसुध हालात में बीच में बैठाकर कनेरी स्कूल के बाहर छोड़ दिया। बाइक भी वहीं पर खड़ी कर दी। लेकिन उसकी मौत हो गई। आरोपियों ने दुर्घटना बताने के चक्कर में स्कूल की बांउड्रीवॉल के पास लाकर भरत को बेसुध हालात में छोड़ दिया था। ताकि उन पर किसी प्रकार का शक ना हो।
एक आरोपी गिरफ्तार, शेष फरार
पुलिस ने मामले की गुत्थी तो सुलझा ली है। लेकिन अभी एक ही आरोपी सुनिल (30) पिता रामलाल गणावा निवासी ग्राम कोलवाखेडी थाना बिलपांक को गिरफ्तार किया है। जो मुख्य आरोपी बबलु उर्फ संजय निवासी कुआझागर के मौसी का लड़का है। बबलु उर्फ संजय, ईश्वर सिंगाड निवासी आलनिया, रतलाम, राहुल निवासी आलनिया, दिनेश परमार निवासी जुलवानीया फरार है। घटना के बाद से प्रेमिका भी फरार है। पुलिस इन सभी की तलाश में पुलिस जुटी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है।