पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा है कि सीमांचल, कोसी और मिथिलांचल में कांग्रेस सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़े। राजद को इस इलाके में एक भी सीट नहीं दी जानी चाहिए। कांग्रेस को अकेले 100 से ऊपर सीटों पर चुनाव लड़ने की क्षमता है।
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अर्जुन भवन में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है, जिसके ऊपर क्षेत्रीय पार्टी का प्रेशर है। क्षेत्रीय पार्टी न बीजेपी से लड़ती है और न लड़ना चाहती है। क्षेत्रीय पार्टी की लड़ाई कांग्रेस से ही है। कांग्रेस और पार्टी नेतृत्व के प्रति घटक दलों की नीयत बहुत साफ नहीं रहती। कांग्रेस कभी तोलमोल का काम नहीं करता। मैं इतना जानता हूं कि कांग्रेस को अकेले 100 से ऊपर सीटों पर चुनाव लड़ने की जरूरत है।
सीमांचल, कोसी और मिथिलांचल में कांग्रेस सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़े, राजद को इस इलाके में एक भी सीट न मिले। सीमांचल और कोसी कांग्रेस की जमीन है। मैं महागठबंधन में राजद के नेताओं और कांग्रेस पार्टी के प्रभारी से ये आग्रह करूंगा कि सीमांचल, कोसी और मिथिलांचल की भूमि है। यहां बिना जाति और धर्म कि राजनीति होती है। सीमांचल और कोसी में अधिक सीट कांग्रेस को लड़नी चाहिए, ताकि सीमांचल और कोसी से एनडीए को उखाड़ फेंका जा सके।
अगर हम एनडीए को हराना चाहते हैं तो हर परिस्थिति में महागठबंधन का नेतृत्व कांग्रेस करे। जिस पार्टी की विचारधारा जिस क्षेत्र में है वही चुनाव लड़े। कांग्रेस का अधिकार बनता है कि सीमांचल कोसी में सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़े।
पप्पू यादव ने कहा है कि कांग्रेस को सीमांचल कोसी में सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़नी चाहिए।
मुख्यमंत्री का चेहरा चुनाव के बाद ही तय हो
पप्पू यादव ने कहा कि महागठबंधन में क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस पर दबाव बनाना चाहती है, लेकिन एक भी क्षेत्रीय पार्टियों किसी खास मुद्दे पर कांग्रेस के साथ खड़ी नहीं रहती। क्षत्रिय पार्टियों की लड़ाई भाजपा से नहीं बल्कि कांग्रेस से है। भाजपा हमेशा कांग्रेस को अपना विरोधी मानती है। मुख्यमंत्री का चेहरा चुनाव के बाद ही तय हो। तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय आरजेडी पार्टी का है। हर पार्टी अपने नेता को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बनाना चाहती है, लेकिन इसमें कांग्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका है और ये चुनाव के बाद ही होगा।