पूर्व विधायक केहर सिंह रावत पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए।
पलवल जिले की हथीन विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट न मिलने से नाराज पूर्व विधायक केहर सिंह रावत ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने बुधवार को समर्थकों के साथ भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के पद से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी।
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पूर्व विधायक केहर सिंह रावत ने कहा कि पिछले करीब साढ़े पांच वर्ष से भाजपा में थे और हमेशा भाजपा के उम्मीदवारों का समर्थन कर उन्हें वोट दिलाए। इससे पहले वे इनेलो में थे और वर्ष 2014 में इनेलो पार्टी की टिकट पर हथीन से विधायक रहे।
2019 में इनेलो छोड़कर भाजपा ज्वाइन की
2019 में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व विधायक रावत इनेलो छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें भाजपा टिकट देगी, लेकिन भाजपा ने प्रवीण डागर को टिकट दे दिया।
2024 में टिकट करने से दिया इस्तीफा
2024 के विधानसभा चुनाव में भी केहर सिंह रावत को भाजपा से टिकट मिलने की उम्मीद थी। लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट न देकर मनोज रावत को टिकट देकर मैदान में उतार दिया। जिससे वे नाराज है और पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
पूर्व मंत्री हर्ष कुमार के संपर्क में केहर
रावत ने कहा कि यदि कांग्रेस से हर्ष कुमार को टिकट मिला तो वे निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन वापस ले लेंगे और यदि हर्ष कुमार को टिकट नहीं मिला तो पंचायत कर आगे की रूपरेखा बनाई जाएगी। केहर सिंह रावत ने कहा कि उनकी पूर्व मंत्री हर्ष कुमार व जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान धर्मेंद्र तेवतिया से बातचीत चल रही है।