राष्ट्रीय लोक अदालतों में केसों की सुनवाई करते जज।
हरियाणा के पलवल जिले में अदालतों में शनिवार को राष्ट्रीय विधित सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय लोक अदालतों का आयोजन किया। लोक अदालतों में प्राधिकरण चेयरमैन पुनीश जिंदिया के नेतृत्व व सचिव मेनका सिंह के मार्गदर्शन में 4233 केसों में से 2669
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पारिवारिक विवाद के पहुंचे 17 मामले
राष्ट्रीय लोक अदालतों में वाहन दुर्घटना मुआवजा, बैंक वसूली, राजीनामा योग्य फौजदारी मामले, बिजली एवं पानी के बिल संबंधी मामले, श्रम विवाद, सभी प्रकार के पारिवारिक विवाद, चैक बाउंस, राजस्व आदि मामलों को भी निपटाने का हर संभव प्रयास किया। राष्ट्रीय लोक अदालतों में पारिवारिक 17 मामलों में 3 मामलों काे सहमति से निपटाया। फौजदारी के 299 मामलों में से 123 मामलों का निपटारा हुआ।
राष्ट्रीय लोक अदालत में अपना केस रखते लोग।
वहीं चैक बाउंस के 26 केसों में से 23 मामले आपसी सहमति से निपटाए गए। वाहन दुर्घटना के 108 मामलों में से 44 मामलों को निपटाया गया। बैंक वसूली के 308 में से 285 मामले निपटाए गए। अन्य 2757 केसों में से 1531 मामले निपटाये गए, जबकि अन्य दीवानी मामलों में 46 केसों में से 18 मामले निपटाए गए।
ये रहे शामिल
राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों के निपटारे के लिए जज कुमुद गुगनानी, सुकीर्ति, प्रतीक जैन, विवेक तोमर, आयुष गर्ग, छवि गोयल व अपर्णा चौधरी की न्यायिक पीठों का गठन किया था। न्यायिक पीठों में प्राधिकरण के पैनल अधिवक्तागण कृष्णा शर्मा, महेश चंद शर्मा, मधु, हंसराज, महिपाल बघेल, संदीप अग्रवाल व राकेश गुप्ता को भी बतौर सदस्य पीठ में शामिल किया गया।
प्राधिकरण के अधिवक्ता नवीन रावत, जगत सिंह रावत, संदीप गुप्ता व अमित कुमार ने भी लोक अदालत में बतौर रिमांड काउंसिल सहयोग किया।