इस अस्पताल को 10 दिसंबर 2024 को भी सील किया गया था।
डालटनगंज में मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल से मात्र 50 कदम की दूरी पर अवैध रूप से चल रहे ‘रक्षक इमरजेंसी हॉस्पिटल’ को प्रशासन ने बुधवार को सील कर दिया। यह अस्पताल बिना किसी वैध लाइसेंस के अल्ट्रासाउंड और मरीजों का इलाज कर रहा था।
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मेदिनीनगर के सदर एसडीओ सुलोचना मीणा को इसकी गुप्त सूचना मिली थी। उन्होंने एमएमसीएच के डॉ. एसके रवि और डीपीएम प्रदीप कुमार के साथ छापेमारी की। जांच में पाया गया कि अस्पताल के पास फर्जी कागजात थे और बिना योग्यता वाले कर्मी मरीजों का इलाज कर रहे थे।
पुलिस दो कर्मचारियों को हिरासत में लेकर शहर थाने ले गई।
सील तोड़कर अस्पताल चालू कर दिया
यह पहली बार नहीं है जब इस अस्पताल को सील किया गया है। 10 दिसंबर 2024 को भी इसे सील किया गया था, लेकिन सील तोड़कर अस्पताल फिर से चालू कर दिया गया। यहां छतरपुर, पाटन और लेस्लीगंज समेत जिले के विभिन्न क्षेत्रों से मरीज आ रहे थे।
मरीजों को एमएमसीएच में स्थानांतरित कर दिया गया
अस्पताल के बोर्ड पर छह डॉक्टरों के नाम अंकित थे, लेकिन छापेमारी के दौरान एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं थे। वहां भर्ती सभी मरीजों को एमएमसीएच में स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस दो कर्मचारियों को हिरासत में लेकर शहर थाने ले गई है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है।