कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हिन्दू संगठन।
देश के विभिन्न हिस्सों में वक्फ संशोधन बिल के विरोध में मुस्लिम संगठनों द्वारा आयोजित प्रदर्शनों के बीच पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले से चिंताजनक घटनाएं सामने आ रही हैं। स्थानीय संगठनों के अनुसार, इन प्रदर्शनों की आड़ में कट्टरपंथी भीड़ द्वारा हिं
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मेरठ प्रांत के बजरंग दल के पूर्व प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने कहा–प्रदर्शन के नाम पर जिहादी इस्लामिक विचारधारा का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहा है। आरोप है कि राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार मुस्लिम तुष्टिकरण के चलते इन घटनाओं पर आंख मूंदे बैठी है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि हिंदू समाज खुद को पूरी तरह असुरक्षित महसूस कर रहा है, और कई लोग अपनी जान बचाकर पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं।
हिंदू संगठनों का कहना है कि अगर सरकार इस पर सख्त कार्रवाई नहीं करती, तो यह राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। सोशल मीडिया पर भी इन घटनाओं को लेकर रोष स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहा है। हिंदू संगठन ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर प्रदर्शन किया।
ये हैं हिंदू संगठन की मांगे
- पश्चिम बंगाल सरकार हिंदू समाज की रक्षा करने में पूर्णतः असफल रही है। राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए और वर्तमान सरकार को तुरंत बर्खास्त किया जाए।
- मुर्शिदाबाद जिले में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों व चित्रों से जुड़े कारीगरों को निशाना बनाकर मारा जा रहा है। वहां रामनवमी व हनुमान जयंती जैसे पर्व नहीं मनाए जा पा रहे हैं। ऐसे में इन जिलों में हिंदू समाज को विशेष सुरक्षा प्रदान की जाए और हमलावरों का त्वरित एनकाउंटर किया जाए।
- पूरे देश में जुमे की नमाज अब इबादत का नहीं, बल्कि भीड़ एकत्र कर उसे भड़काने का माध्यम बन चुकी है। इसलिए चीन की तर्ज पर सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पर प्रतिबंध लगाया जाए।
- जमीयत उलेमा-ए-हिंद, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी सहित विपक्ष के कई दल एक साजिश के तहत देश में सांप्रदायिक दंगे फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इन संगठनों की तत्काल जांच कर इन्हें प्रतिबंधित किया जाए और सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।