पहलगाम आतंकी हमले को लेकर निकाली गई आक्रोश रैली
कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुई आतंकवादी घटना को लेकर पूरे विश्व में पाकिस्तान और घटना की निंदा हो रही है। भारत में जगह-जगह लोग कैंडल मार्च निकालकर और पुतला दहन करके अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। शुक्रवार को मुस्लिम समाज, सतनामी समाज और अन्य लोग
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भिलाई में मुस्लिम समाज के लोगों ने एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने भिलाई स्थित पावर हाउस चौक पर सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर आतंकवादियों और पाकिस्तान का पुतला दहन किया। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद मुर्दाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
उन्होंने सरकार से मांग की कि सेना को पूरी तरह से खुली छूट दी जाए ताकि ऐसे दरिंदों को उनके घर में घुसकर मारा जा सके। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता। जो लोग उन्हें पनाह देते हैं, वे गद्दार हैं।
कांग्रेस नेताओं ने दी मृतकों को श्रृंद्धाजलि
सेना को पूरी तरह से खुली छूट दी जाए – अशरफ कादरी
रजा जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती कलीम अशरफ कादरी ने कहा कि ऐसे देश के गद्दारों को छोड़ना नहीं चाहिए। यह इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना है। ऐसे हैवानों को उनके अंजाम तक पहुंचाना जरूरी है।

सतनामी समाज ने दी श्रृद्धांजलि
सतनामी समाज और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दी श्रद्धांजलि
पहलगाम क्षेत्र हुई 28 निर्दोष पर्यटकों की नृशंस हत्या को लेकर शुक्रवार को सतनामी समाज और कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने कैंडल जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। दुर्ग जिले में सतनाम समाज और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर कैंडल मार्च का आयोजन किया।
कार्यक्रम सतनाम भवन और सिविक सेंटर दो अलग-अलग जगहों पर हुआ। शुक्रवार रात आयोजन के दौरान सतनाम समाज के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।
गुरु घासीदास सेवा समिति के बीएल कुर्रे अध्यक्ष ने कहा की यह घटना केवल एक राज्य या समुदाय की नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मानवता के खिलाफ अपराध है। हम उन 28 मासूम लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने सिर्फ इसलिए अपनी जान गंवा दी क्योंकि वे एक विशेष धर्म या क्षेत्र से थे।
वहीं सिविक सेंटर में अर्जुन रथ के पास भिलाई नगर निगम के महापौर नीरज पाल ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित हुए।
नीरज पाल ने कहा कि ऐसी घटनाएं हमारे देश की एकता और शांति को चुनौती देती हैं। हमें इस बात पर गहन मंथन करना होगा। उन्होंने इस दौरान केंद्र सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आतंकवादी आधे घंटे तक लोगों को मारते रहे, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए एक जवान तक नहीं पहुंचा।