Wednesday, December 25, 2024
Wednesday, December 25, 2024
Homeदेशपाकिस्तान में बैठा KZF चीफ नीटा, जिसके गुर्गों का एनकाउंटर: 16...

पाकिस्तान में बैठा KZF चीफ नीटा, जिसके गुर्गों का एनकाउंटर: 16 साल गायब रहा, मौत की अफवाह उड़ी; टॉप 20 मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल – Jalandhar News


आतंकी रणजीत सिंह नीटा की ये फोटो 2005 की है। साथ में उसके आतंकी संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का लोगो है।

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 2 दिन पहले जिन 3 खालिस्तानी आतंकियों का एनकाउंटर हुआ, उनका चीफ पाकिस्तान में बैठा रणजीत नीटा है। नीटा खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के नाम से आतंकी संगठन चला रहा है।

.

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर काम करने वाला नीटा जम्मू का रहने वाला है। वह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा के साथ मिलकर धमाके भी करा चुका है। वह भारत की टॉप-20 मोस्ट वांटेड टेररिस्ट की लिस्ट में है। उसकी उम्र अब 85 साल की हो चुकी है।

उसने पंजाब में पहले शिवसेना नेताओं पर पेट्रोल बम फिंकवाए और अब पुलिस थानों-चौकियों पर हमले करवाने लगा। कोरोना काल में उसकी मौत की अफवाह भी उड़ी, लेकिन 16 साल बाद वह फिर पंजाब में आतंकी हमले करवाने लगा है।

आतंकी रणजीत नीटा के 3 गुर्गे। इनका यूपी में एनकाउंटर के बाद ही नीटा फिर से आतंकी हमलों को लेकर सुर्खियों में आ गया। इसके बाद पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट पर हैं।

कौन है आतंकी रणजीत नीटा, पूरी कहानी पढ़ें…

छोटे क्राइम कर ISI तक पहुंचा रणजीत नीटा मूल रूप से जम्मू का रहने वाला है। नीटा सांबा और आरएस पुरा में छोटे-छोटे अपराध करता था। इसी दौरान उसका संपर्क पाकिस्तान के तस्करों के साथ हुआ। पाकिस्तानी तस्करों ने ही नीटा और ISI के साथ मेलजोल करवाने में भूमिका निभाई।

पाकिस्तान जाकर बम ब्लास्ट, हैंड ग्रेनेड की ट्रेनिंग ली ISI से मिलने के बाद नीटा जम्मू-कश्मीर की सीमा से कई बार पाकिस्तान गया। पाकिस्तान में ISI ने नीटा को बम ब्लास्ट करने और भीड़ वाले इलाकों में हैंड ग्रेनेड फेंकने का प्रशिक्षण दिया। जम्मू-कश्मीर घाटी में एक्टिव रहे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा के साथ नीटा ने जम्मू में कई ब्लास्ट करवाए।

ऑपरेशन ब्लैक थंडर के बाद ISI के हत्थे चढ़ा 1986 में गोल्डन टेंपल में हुए ऑपरेशन ब्लैक थंडर के बाद नीटा पूरी तरह से ISI के इशारे पर काम करने लगा। उसने पंजाब में गुर्गों के जरिए कत्ल कराने शुरू कर दिए। ड्रोन के जरिए पंजाब में हथियार और एक्सप्लोसिव भिजवाने लगा। यहां तक कि वह खुलकर पाक खुफिया एजेंसी ISI के अलावा पाकिस्तान के कट्‌टरपंथी संगठनों और खालिस्तानियों के संबंधों को बढ़ावा देने लगा।

यूरोपियन यूनियन ने बैन लगाया तो पाकिस्तान चला गया 2005 में यूरोपियन यूनियन ने खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स को आतंकी संगठन घोषित कर दिया। इससे रणजीत नीटा बौखला गया। वह दूसरे देशों से अपनी आपराधिक वारदातों को अंजाम नहीं दे सकता था। इसलिए, उसने ISI की मदद से पाकिस्तान में शरण ले ली। तब से वह पाकिस्तान में ही छिपा बैठा है।

भारत की पाकिस्तान को सौंपी मोस्ट वांटेड लिस्ट में था शामिल भारत सरकार ने साल 2008 में पाकिस्तान को टॉप-20 मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट भेजी थी। इसमें भी रणजीत नीटा का नाम शामिल था। इसमें नीटा पर भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिलाने के केसों का हवाला दिया गया। 2019 में पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने नीटा पर जेल में बैठे अपराधियों की मदद से पाकिस्तान से हथियार और नकली करेंसी मंगवाने का पर्चा दर्ज करवाया था।

16 साल बीमार रहा, शिवसेना नेताओं पर हमले करवा चर्चा में आया पंजाब की खुफिया एजेंसियों के इनपुट के मुताबिक, रणजीत नीटा कुछ वर्षों में एकदम से गायब हो गया। जब इसकी खुफिया तौर पर पड़ताल की गई तो पता चला कि वह पाकिस्तान में बीमार पड़ा हुआ है। करीब 16 साल तक वह खामोश बैठा रहा।

इसी दौरान कोरोना काल में साल 2020 के दौरान उसकी मौत की अफवाह उड़ी। हालांकि, 16 अक्टूबर 2024 को उसने लुधियाना में शिवसेना नेताओं पर हमले कराए तो उसके फिर एक्टिव होने का पता चला।

यह सीसीटीवी फुटेज करीब 2 महीने पहले लुधियाना में शिवसेना नेता के घर कराए पेट्रोल बम हमले की है।

यह सीसीटीवी फुटेज करीब 2 महीने पहले लुधियाना में शिवसेना नेता के घर कराए पेट्रोल बम हमले की है।

उम्र बढ़ी, बीमार हुआ तो विदेशी कनेक्शन बनाए पंजाब पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, रणजीत नीटा की उम्र 85 साल हो चुकी है और वह बीमार भी रहता है। इस वजह से उसने दूसरे देशों में कनेक्शन बना लिए। अब यूके, यूएसए, ग्रीस और यूरोपीय देशों में बैठे कट्‌टरपंथी आतंकी गतिविधियां चलाने में उसका साथ दे रहे हैं।

पंजाब के थाने पर हुए ग्रेनेड अटैक में भी ग्रीस में रहने वाले जसविंदर सिंह मन्नू और यूके आर्मी में काम कर रहे जगजीत सिंह उर्फ फतेह सिंह बागी की भूमिका रही थी।

गुरदासपुर की पुलिस चौकी बख्शीवाल पर नीटा के गुर्गों ने ग्रेनेड फेंका था। जहां ग्रेनेड फटा, उसकी जांच करती हुई पंजाब पुलिस की टीम। - फाइल फोटो

गुरदासपुर की पुलिस चौकी बख्शीवाल पर नीटा के गुर्गों ने ग्रेनेड फेंका था। जहां ग्रेनेड फटा, उसकी जांच करती हुई पंजाब पुलिस की टीम। – फाइल फोटो

गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर हमला कराया, गुर्गे मारे गए 23 दिसंबर को UP पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स और पंजाब पुलिस ने पीलीभीत में जॉइंट ऑपरेशन किया। इसमें वीरेंद्र सिंह, गुरविंदर सिंह और जश्नप्रीत सिंह को ढेर कर दिया गया। इन तीनों ने 4 दिन पहले ही पाकिस्तान बॉर्डर से सटे इलाके में बख्शीवाल पुलिस चौकी पर ग्रेनेड अटैक किया था।

जांच में पता चला कि ये तीनों खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के मेंबर थे। इन्होंने पाकिस्तान बैठे नीटा के कहने पर ही यह हमला किया था। पुलिस को उनसे AK-47, ग्लॉक पिस्टल जैसे आधुनिक हथियार मिले थे।

UP पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स और पंजाब पुलिस ने पीलीभीत में जॉइंट ऑपरेशन 3 आतंकी मार गिराए और सामान बरामद किया। - फाइल फोटो

UP पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स और पंजाब पुलिस ने पीलीभीत में जॉइंट ऑपरेशन 3 आतंकी मार गिराए और सामान बरामद किया। – फाइल फोटो

॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰

यह खबर भी पढ़ें…

UP में मारे गए पंजाब के खालिस्तानी आतंकियों की कहानी:ज्यादा पैसों के लालच में टेररिस्ट बने, एक की 3 महीने पहले हुई थी शादी

पंजाब पुलिस और उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने आज पीलीभीत में 3 खालिस्तानी आतंकियों का एनकाउंटर किया। आतंकी वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि, गुरविंदर सिंह और जसनप्रीत सिंह गुरदासपुर जिले के रहने वाले थे। तीनों आतंकी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के एक्टिव मेंबर थे। इन्होंने पंजाब के गुरदासपुर में थानों पर अटैक किए। पूरी खबर पढ़ें…



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular