दिगंबर जैन मंदिर से शुरू हुई यात्रा में जैन समुदाय के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।
पाकुड़ शहर में महावीर जयंती के अवसर पर भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। दिगंबर जैन मंदिर से शुरू हुई यात्रा में जैन समुदाय के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।
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शोभायात्रा रेलवे फाटक, आदर्श नगर, खुदीराम बोस चौक, बाईपास हिरण चौक और अंबेडकर चौक होते हुए हरिणडंगा बाजार से गांधी चौक तक पहुंची। यात्रा का समापन दिगंबर जैन मंदिर में हुआ।
‘अहिंसा परमो धर्म’ के नारे लगाए
भगवान महावीर की प्रतिमा के साथ यात्रा में शामिल लोगों ने हाथों में धार्मिक ध्वजाएं थामी हुई थीं। श्रद्धालुओं ने ‘अहिंसा परमो धर्म’ और ‘जीव हत्या पाप है’ के नारे लगाए।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस अधिकारी और जवान तैनात रहे। जैन समुदाय के लोगों ने सुबह स्नान-ध्यान के बाद नए वस्त्र पहनकर मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान भगवान महावीर के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।
शोभायात्रा का समापन दिगंबर जैन मंदिर में हुआ।
समुदाय के प्रमुख सदस्य सुरेश बाकलीवाल, निर्मल जैन, प्रकाश जैन और प्रवीण जैन ने कहा कि वर्तमान में जब पूरा विश्व हिंसा से जूझ रहा है, भगवान महावीर का अहिंसा का संदेश बेहद प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि सभी प्राणियों के प्रति दया और करुणा रखनी चाहिए।
हर वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को महावीर जयंती मनाई जाती है। इस अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना के साथ प्रसाद वितरण भी किया गया।