रथ यात्रा के दौरान भगवान महावीर को नगर भ्रमण करवाते दिगंबर जैन पंचायत पदाधिकारी व अन्य भक्त।
पानीपत जिले में भगवान महावीर का 2624वां जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर प्रात काल की बेला में प्रभात फेरी एवं विमानोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत श्रीजी को नेमिनाथ जिनालय मेन बाजार से पालकी में विराजमान कर उत्सव स्थ
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बच्चों ने प्रस्तुत की नृत्य नाटिका
कार्यक्रम में सर्वप्रथम भगवान महावीर का चित्र अनावरण का सौभाग्य राजेंद्र जैन, कपिल जैन, संजीव जैन, कुलदीप जैन, टोनी जैन को प्राप्त हुआ एंव भगवान चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन करने सौभाग्य अध्यक्ष सुनील जैन, राजेश जैन, रितेश जैन, दिनेश जैन एंव रूलिया राम जैन को प्राप्त हुआ। जिनवाणी विद्या भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल एवं जैन किड्स स्कूल के नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा भगवान महावीर के जीवन पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई।
तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत दिगंबर जैन पंचायत सदस्यों द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान नृत्य करती महिलाएं व अन्य पदाधिकारी।
अन्य प्रदेशों से बोलियां देने पहुंचे भक्त
जानकारी देते हुए मनोज जैन ने बताया कि यह यात्रा अपने आप अनोखी रथयात्रा है, क्योंकि यहां पर पात्रों का चयन बोलियों द्वारा होता है, यह बोलियां देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा आज दिगंबर जैन मंदिर जैन मोहल्ला से प्रारंभ होकर अमर भवन चौक, गुड मंडी बाजार, हलवाई हट्टा, सर्राफा बाजार, सुभाष बाजार, सलारगंज गेट, इंसार बाजार एवं इंदिरा बाजार होते हुए पुन: पारसनाथ रोड पर संपन्न हुई।
जिसमें पूरे जैन समाज ही नहीं, अपितु अन्य समाज के लोगों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर विशेष रूप से हनुमान जन्मोत्सव सेवा समिति के सभी पदाधिकारियों ने आयोजकों पटका पहनाकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम में उपस्थित महिलाएं।
1500 वर्ष से प्राचीन प्रतिमाएं विराजमान
वहीं एडवोकेट मेहुल जैन ने बताया कि वार्षिक उत्सव रथयात्रा सैकड़ों वर्षों से चलती आ रही है और पानीपत की सबसे प्राचीन रथ यात्रा है। इसके प्रमाण इससे भी सिद्ध होते हैं कि यहां पर 800 वर्ष प्राचीन जैन मंदिर है और 1500 वर्ष प्राचीन प्रतिमाएं विराजमान है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष भगवान महावीर जन्मोत्सव पर बड़े ही धूमधाम के साथ जैन समाज इसका आयोजन करता है और इसे हम वार्षिक उत्सव के रूप में मनाते हैं
बाजारों में जगह-जगह यात्रा का स्वागत
मेहुल जैन ने बताया कि रथ पर विराजमान होने वाली अष्टधातु की भगवान पारसनाथ की प्रतिमा भी 100 वर्ष से अधिक प्राचीन है और श्रीजी हर वर्ष रथ यात्रा में रथ पर विराजमान करके सभी का कल्याण के लिए नगर भ्रमण कराया जाता है। उन्होंने कहा कि सभी ने अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों से निकलकर श्रीजी का भव्य स्वागत किया और सभी ने आरती की।

बच्चों का नृत्य देखते हुए महिलाएं व स्कूल टीचर।
कार्यक्रम में ये रहे शामिल इस मौके पर दिगंबर जैन पंचायत के प्रधान सुनील जैन, उप प्रधान सुरेश जैन, सचिव मनोज जैन, प्रबंधक पुनीत जैन, कोषाध्यक्ष सुशील जैन, पूर्व अध्यक्ष कुलदीप जैन, जैन स्कूल सोसाइटी अध्यक्ष राजेश जैन, प्रबंधक संजीव जैन, प्रबंधक दिनेश जैन, कोषाध्यक्ष राजेश जैन, भूपेंद्र जैन, रतन जैन , राजीव जैन, बृजभूषण जैन, कुणाल जैन, राजेंद्र जैन, मेहुल जैन एडवोकेट आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।