ग्वालियर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र का मामला है।
ग्वालियर में पार्ट-टाइम जॉब का झांसा देकर एक युवक से ठगों ने 20 लाख 91 हजार रुपए की ठगी कर ली। यह घटना विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के सिटी सेंटर की है। घटना का खुलासा तब हुआ जब मोटा मुनाफा खाते में आने के बाद पीड़ित ने पैसे निकालने की कोशिश की, लेकिन
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जब उसने कथित कंपनी के कर्मचारियों से संपर्क किया, तो उन्होंने उसके खाते में एक बड़ी रकम जमा कराने की मांग की। युवक को ठगी का एहसास होते ही उसने क्राइम ब्रांच की साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज कर ठगों की तलाश शुरू कर दी है।
पार्ट-टाइम जॉब का झांसा दिया, फिर की ठगी
ग्वालियर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के सिटी सेंटर निवासी आशीष कुमार पुत्र रामरूप एक प्राइवेट कंपनी, मालनपुर में जॉब करते हैं। कुछ माह पहले आशीष के पास एक फोन कॉल आया, जिसमें कॉल करने वाले ने अपना नाम जयंत कुमार बताया।
उसने आशीष को बताया कि वह उनकी कंपनी में पार्ट-टाइम जॉब कर सकता है। इसके लिए उसे कुछ प्रोडक्ट्स लाइक करने होंगे और बदले में एक फिक्स कमीशन दिया जाएगा।
शुरुआत में आशीष ने छोटा इन्वेस्ट कर काम शुरू किया और इसके बदले में उसे अच्छा प्रॉफिट भी मिला, जो उसके खाते में आ गया। इस तरह, ठगों ने आशीष का विश्वास जीत लिया। इसके बाद जयंत कुमार और उसके साथियों ने आशीष को बड़े इन्वेस्ट के लिए प्रेरित किया और समझाया कि बड़े निवेश पर उसे लाखों रुपए का फायदा होगा।
शेयर और आईपीओ में लगवाए पैसे
इसके बाद ठगों ने आशीष को शेयर मार्केट और आईपीओ में इंवेस्ट करने का लालच दिया। उन्होंने आशीष के फोन में “एक्सिस सिक्योरिटी” नाम की एपीके फाइल डाउनलोड कराई और उसके जरिए निवेश करवाया।
आशीष ने ठगों के कहने पर कुछ महीनों में 20 लाख 91 हजार रुपए का निवेश कर दिया। उसके निवेश पर बड़ा मुनाफा दिखाया गया। जब आशीष ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो पैसे नहीं निकले।
जब आशीष ने जयंत और कंपनी के अन्य कर्मचारियों से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि उसका मुनाफा काफी बड़ा हो चुका है और उसे पैसे निकालने के लिए और रकम जमा करनी होगी। जब आशीष ने अपने मुनाफे से पैसे काटने का सुझाव दिया, तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया।
दोस्त की सलाह ने बचाया
आशीष इस मांग को मानने को तैयार हो गया और उसने एक दोस्त से मदद मांगी। जब उसने अपने दोस्त को पूरा मामला समझाया, तो उसके दोस्त को ठगी का अंदेशा हुआ। दोस्त ने आशीष को समझाया और क्राइम ब्रांच ले गया।
क्राइम ब्रांच के एक्सपर्ट्स ने मामले की जांच की और बताया कि आशीष ठगों का शिकार हो चुका है। इसके बाद पीड़ित ने शिकायत दर्ज करवाई, जिस पर क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज कर लिया है और अब ठगों की तलाश जारी है।