जनजातीय समाज के वीरों का देश की एकता और अखंडता में योगदान को जनता तक पहुंचाने रविवार को पीएम एक्सीलेंस ऑफ कॉलेज में यूनिवर्सिटी लेवल की कार्यशाला हुई। अध्यक्षता कुलगुरु डॉ. एमएल कोरी ने की। इसमें 5 जिलों के 200 से ज्यादा प्रोफेसर्स शामिल हुए। विषय वि
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कार्यशाला में 200 से ज्यादा प्रोफेसर्स शामिल हुए।
जनजातीय योगदान जनता में लाना है उद्देश्य
यूनिवर्सिटी कुलसचिव डॉ. जीएस चौहान ने बताया स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय योद्धाओं के इतिहास, पुरुषार्थ, बलिदान और सामाजिक महत्व को बताने पर फोकस किया। सरकार की उच्च शिक्षा विभाग ने तय किया है कि जनजातीय महापुरुषों का बलिदान, इतिहास और पुरुषार्थ की उपलब्धियां स्टूडेंट्स को बताने की जरूरत है। ताकि जनजातीय समाज के राष्ट्रीय और सामाजिक आंकलन की समझ विकसित हो।