हिसार में जिला सभागार में बैठक में सीएससी ऑपरेटर को दिशा निर्देश देते हुए अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा एवं अन्य।
हरियाणा विधानसभा में बीपीएल धारकों की बढ़ती संख्या का मुद्दा उठाए जाने के बाद हिसार में भी प्रशासन सतर्क हो गया है। अब पीपीपी में छेड़छाड़ कर पाना मुश्किल होगी। इसलिए परिवार पहचान पत्र या पीपीपी में आय कम दिखाने वालों पर नकेल कसने के लिए प्रशासन ने जांच
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लोग पीपीपी में आय कम दिखा देते हैं, जबकि घर बहुमंजिला है। इसलिए प्रशासन पीपीपी वालों की रैंडमली सूची उठाकर सर्वे करवा रहा है। हर माह ब्लाक वाइज सूची तैयारी होती है। इसके बाद प्रशासन की टीम मौके पर जाकर पता लगाती है। सर्वे में किसी का 2 से 3 मंजिला मकान मिला है तो किसी की सालाना इनकम भी 5 से 6 लाख तक मिली है। एक तरह से अपात्र लोग प्रशासन व सरकार को चूना लगा रहे हैं।
जब इन लोगों का बहुमंजिला मकान देखा तो टीम भी दंग रह गई। ज्यादातर लोगों ने खेतों में ढ़ाणी बनाई हुई है। अब टीम ने इन लोगों की रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को भेज दी है। एडीसी कार्यालय की ओर से इनकी रिपोर्ट बनाकर फूड एंड सप्लाई विभाग को भेज दी गई है, ताकि वेरिफिकेशन के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा सके।
गौरतलब है कि हाल ही में एडीसी सी. जयाश्रद्धा ने जिलेभर के सभी सीएससी ऑपरेटर के साथ बैठक कर दिशा निर्देश दिए थे कि सभी अपना काम ईमानदारी से करे। कुछ ऑपरेटर की लापरवाही सामने आई है, जो आय करते हैं। ऐसा न करे। एडीसी सी. जयाश्रद्धा ने बताया कि रैंडमली सर्वे करा रहे हैं। लगभग 30 से ज्यादा केस मिल चुके हैं। जिनकी आय ज्यादा मिली है, उनकी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। इनकी वेरिफिकेशन कराई जाएगी। अपात्र मिलने पर बीपीएल सूची से नाम कटवाया जाएगा। ———— कटेगा बीपीएल और हो सकती है रिकवरी सूत्रों की मानें तो इन लोगों का पहले तो बीपीएल कार्ड कटेगा। इसके बाद पूरी कंबाइन रिपोर्ट बनेगी कि धारक कितने समय से बीपीएल सुविधा का लाभ उठा रहा था। ऐसे में सरकार की ओर से रिकवरी भी कराई जा सकती है। ———– इस माह 30 से ज्यादा केस मिले इस महीने में टीम को 30 से ज्यादा ऐसे केस मिले हैं। जिनकी आय वास्तव में ज्यादा है। मगर दस्तावेजों के जरिए फर्जी तरीके से पीपीपी में आय कम दिखा रखी है। एक तरह से पीपीपी बनवाते समय झूठी जानकारी दी गई। अपात्र भी लाभ उठा रहे हैं। अब इन पर कार्रवाई की तैयारी है। इनका बीपीएल कार्ड भी काटा जाएगा। ———– दो से तीन लाख का मिला महंगा कुत्ता प्रशासन की टीम को सर्वे के दौरान कुछ बीपीएल धारकों के घर पर दो से तीन लाख रुपए की कीमत का पिटबुल या बुली नस्ल का महंगा कुत्ता मिला है। घर में यह महंगा कुत्ता बंधा देख टीम बैरंग लौट गई और उनका नाम सूची में शामिल कर लिया। घर भी बहुमंजिला मिला। यहां तक कि कुछ धारकों के घर पर गाड़ी भी मिली। पीपीपी में आय 1.80 लाख दिखा रखी है तो अकेला कुत्ता ही दो से तीन ढाई लाख का है। फिर भी बीपीएल का लाभ उठा रहे हैं। ————– 1.80 लाख होना जरूरी बीपीएल की श्रेणी में शामिल होने के लिए व्यक्ति की सालाना आय 1.80 लाख रुपए होना जरूरी है। तभी बीपीएल का लाभ मिलता है। बीपीएल में हर माह प्रति सदस्य गेहूं या बाजरा व सरसों का तेल व अन्य सामान मिलता है। इसके अलावा सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है। इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए लोग आय कम दर्शाते हैं। ————- अभी जमीन का नहीं हुआ ऑनलाइन प्रोसेस अभी सरकार की ओर से जमीन यानी रेवेन्यू का ऑनलाइन प्रोसेस नहीं हो पाया है। इसलिए पता नहीं लग पा रहा कि किस व्यक्ति के नाम पर कितनी जमीन पंजीकरण है। कुछ लोगों की अपने पिता, बहन व खुद के नाम पर अलग-अलग जमीन पंजीकृत है। कुछ लोगों की जमीन अपने पिता के नाम पर ही पंजीकृत है। इसलिए उनका पता नहीं चल पा रहा।