विजयपुर में हुई घटनाओं के वीडियो दिखाते पीसीसी चीफ जीतू पटवारी
बुधनी और विजयपुर दोनों उपचुनाव में हमने लगभग 100 शिकायतें निर्वाचन आयोग से की। लेकिन निर्वाचन आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। हमने आशंका जताई थी कि गुंडे, बदमाश और डकैत चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। शिकायत भी की। लेकिन प्रशासन ने सीमाएं सील नहीं की और
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ये कहना है कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चीफ जीतू पटवारी का। पटवारी ने गुरुवार दोपहर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रदेश सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। इसके साथ ही उन्होंने विजयपुर के 37 बूथों पर फिर से मतदान कराने की मांग भी की है। पटवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है कि पूरे प्रदेश में इस दलित विरोधी बीजेपी के खिलाफ प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा। भाजपा बाबा साहब अंबेडकर, लोकतंत्र और मताधिकार की विरोधी है। इस दौरान कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक जेपी धनोपिया राजीव सिंह भूपेंद्र गुप्ता मिथुन अहिरवार शैलेंद्र पटेल अपराजिता पांडे मौजूद थे।
37 बूथों पर फिर से मतदान की मांग
पटवारी ने कहा, हमने विजयपुर में लगभग 37 पोलिंग बूथों पर फिर से मतदान कराने की मांग की है। स्क्रूटनी में हमने आवेदन दे दिया। हम प्रदेश निर्वाचन आयोग को भी री-पोलिंग को लेकर पत्र भेज रहे हैं। विजयपुर में कांग्रेस पार्टी को 50000 वोटों से जीतने की संभावना थी। अभी भी 25000 से ऊपर जीतेंगे। लेकिन प्रशासन ने कैसे वोटिंग करवाई। वहां पर बूथों पर कब्जा कर लिया। सेक्टर मजिस्ट्रेट को मारा गया। कर्मचारियों का उपयोग करके पुलिस अधिकारी वोट डलवा रहे हैं। मजिस्ट्रेट पर हमला कर रहे हैं और पुलिस मौन बैठी है। निर्वाचन आयोग के रुख की भी हम निंदा करते हैं। निर्वाचन कार्यालय ने बीजेपी को सपोर्ट करने की क्लियर कट पॉलिसी बना रखी थी।
गुरुवार दोपहर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जीतू पटवारी।
गंभीर शिकायतों पर भी नहीं हुआ एक्शन पटवारी ने कहा, हमने सौ शिकायतें की। उसमें विजयपुर विधानसभा में जाति विशेष के लोगों को बीएलओ बनाने की पहली शिकायत की थी। फिर अति संवेदनशील बूथ बनाने को लेकर शिकायत की थी कि यहां पर गड़बड़ हो सकती है। हमने हर पोलिंग बूथ पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की थी। सरकारी कर्मचारियों का जितना अमला चुनाव में लगा था, वन विभाग हो या स्वास्थ्य विभाग या रेवेन्यू, या फिर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हों या छोटे कर्मचारी सभी बीजेपी के एजेंट बनकर काम कर रहे थे। हमने इसकी भी शिकायत की थी। लेकिन एक भी शिकायत पर एक्शन नहीं हुआ।
बीजेपी को बताया पागल हाथी जीतू पटवारी ने कहा- भारतीय जनता पार्टी की हालत पागल हाथी जैसी हो गई है, वो मद मस्त है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सिर्फ पॉलिटिक्स करने वहां गए और धरना दिया। इससे क्या मैसेज है। तांडव तुम करो, आतंक तुम्हारा, कर्मचारियों का दुरुपयोग तुम करो, भाजपा के गुंडे आदिवासियों पर गोलियां चलाएं। हद तो तब हुई जब कल चुनाव के बाद गाली दे देकर जाटव समाज के लोगों को पीटा जा रहा है और प्रशासन मौन है। प्रशासन सहयोग कर रहा है। कल रात बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति को तोड़ दिया गया। यह भारतीय जनता पार्टी का मूल चाल,चेहरा, चरित्र है। उनके घरों में आग लगा दी गई। आखिर बीजेपी कैसा मप्र बनाना चाहती है। आप संविधान विरोधी हो। दलित समाज को क्यों इस तरह की यातना दे रहे हैं। जो फसलों में आग लगा रहे हैं जानवरों का चारा जला दिया गया। उनकी रखी हुई धान में आग लगा दी। ये पागल हाथी नहीं तो क्या है?
लाड़ली बहना को 1200 देकर पतियों को गुंडों से पिटवाती है पीसीसी चीफ ने कहा- केवल 1200 रुपए देकर लाड़ली बहना के वोट चाहिए। उसी लाड़ली बहना के पतियों को सरकार अपने गुंड़ों से पिटवाती है। आदिवासियों को गोलियां लगी। अब जाटव बहुल गांवों को घेर-घेर कर मार रहे हैं और आग लगा रहे हैं। इसका भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी के पास?