शिरोमणि अकाली दल सीनियर नेता का शव आज चंडीगढ़ स्थित घर पर अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा।
शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता व पूर्व मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा (89) का बुधवार को देहांत हो गया। उन्होंने फोर्टिस अस्पताल में आखिरी सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। ढींढसा के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और दो बेटियां हैं। सुखदेव सिंह ढीं
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गांव उभावाल में होगा संस्कार
आज लगभग 11 बजे के करीब उनका पार्थिव शरीर फोर्टिस अस्पताल से सेक्टर-2, चंडीगढ़ स्थित घर लाया जाएगा, जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। फिर कल 30 मई को सुबह 8 बजे चंडीगढ़ से राजपुरा, पटियाला, भवानीगढ़ होते हुए लगभग 10:30 से 11:00 बजे के बीच संगरूर स्थित आवास पर संगत उनका अंतिम दर्शन कर सकेंगी। करीब 3 बजे संगरूर से उनके पैतृक गांव उभावाल जिला संगरूर के लिए अंतिम संस्कार की प्रक्रिया होगी।
प्रकाश सिंह बादल के बाद वह सबसे सीनियर नेता थे। उनके बेटे परमिंदर सिंह ढींढसा भी पंजाब सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं। पिछले साल, ढींढसा को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने धार्मिक सजा सुनाई थी। उन्होंने गोल्डन टेम्पल में व्हीलचेयर पर बैठकर गेट पर पहरेदारी की थी। ढींढसा के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम भगवंत मान समेत अन्य नेताओं ने दुख जताया।
10 दिन की धार्मिक सजा सुनाई थी
सुखदेव सिंह ढींडसा को श्री अकाल तख्त साहिब ने 2 दिसंबर 2024 को 10 दिन की धार्मिक सजा सुनाई थी। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को माफी देने, केस वापस लेने और बेअदबी पर सजा सुनाई गई थी। इसके बाद 3 और 4 दिसंबर 2024 को उन्होंने व्हीलचेयर पर बैठकर गोल्डन टेंपल के गेट पर पहरेदारी की।
5 से 14 दिसंबर 2024 के बीच उन्होंने तख्त श्री केसगढ़ साहिब, आनंदपुर साहिब, तख्त श्री दमदमा साहिब, गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब, श्री मुक्तसर साहिब में सेवा की। इसमें पहरेदारी और अन्य सेवाएं शामिल थीं। उम्र ज्यादा होने और स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्हें टॉयलेट साफ करने पर छूट दी गई थी।