Samudrik Shastra: सामुद्रिक शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विद्या है, जिसके माध्यम से व्यक्ति के शरीर की बनावट, चेहरों के भाव, हाथ-पैरों की रेखाओं और अंगों की विशेषताओं को देखकर उसके स्वभाव, भविष्य और जीवन की दिशा के बारे में जाना जा सकता है. इस विद्या में शरीर के हर हिस्से का अपना एक विशेष महत्व होता है. हाथ की रेखाएं, माथे का आकार, आंखों की बनावट, नाक, कान, और यहां तक कि पैर की उंगलियां भी बहुत कुछ बयां करती हैं. अक्सर लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या पैरों की उंगलियों या अंगूठे पर बाल आना कोई विशेष संकेत होता है? क्या यह शुभ माना जाता है या अशुभ? आइए जानते हैं भोपाल स्थित ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्री रवि पाराशर से सामुद्रिक शास्त्र इस बारे में क्या कहता है.
सामान्य तौर पर पैरों की उंगलियों पर बाल नहीं होते या बहुत हल्के होते हैं. लेकिन कुछ लोगों के पैरों की अंगुलियों पर मोटे और साफ बाल नजर आते हैं. यह कोई आम बात नहीं मानी जाती. सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार यह एक विशेष लक्षण होता है, जो व्यक्ति के व्यक्तित्व और भविष्य को दर्शाता है.
2. धन और समृद्धि का संकेत
पैरों की उंगलियों पर बाल होना धन, वैभव और सुख-सुविधाओं का संकेत माना जाता है. ऐसा व्यक्ति आर्थिक रूप से मजबूत होता है और अपने बलबूते पर जीवन में ऊंचाइयों को छूता है. वह मेहनती जरूर होता है लेकिन उसे किस्मत का साथ भी मिलता है. ऐसे लोग अक्सर व्यवसाय, नौकरी या किसी विशेष क्षेत्र में बड़ी सफलता प्राप्त करते हैं.
जिन व्यक्तियों के पैरों की उंगलियों पर बाल होते हैं, वे बहुत आत्मनिर्भर, जिम्मेदार और आत्मविश्वासी माने जाते हैं. ये लोग अपनी बात पर अडिग रहते हैं और निर्णय लेने में हिचकते नहीं हैं. इनके अंदर नेतृत्व करने की क्षमता भी होती है.
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, ऐसे व्यक्ति ज्योतिष, तंत्र, ध्यान, योग और आध्यात्म जैसे विषयों में गहरी रुचि रखते हैं. वे बाहरी दुनिया की चकाचौंध से ज्यादा आत्मज्ञान की खोज में रहते हैं. यह लक्षण दर्शाता है कि व्यक्ति में गहराई से सोचने और समझने की क्षमता होती है.
5. क्रोधी स्वभाव भी संभव
हालांकि यह लक्षण ज्यादातर मामलों में शुभ माना गया है, लेकिन कुछ ग्रंथों में बताया गया है कि अगर उंगलियों पर बाल बहुत ज्यादा और मोटे हों, तो यह व्यक्ति के भीतर छुपे क्रोध और अहंकार की तरफ भी संकेत कर सकता है. ऐसे लोग कभी-कभी बहुत गुस्से में असंतुलित निर्णय भी ले लेते हैं. इसलिए इन्हें ध्यान और संयम की सलाह दी जाती है.