नालंदा में शुक्रवार को धूमधाम से प्रतिभा सम्मान समारोह 2025 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार उपस्थित रहे। समारोह का मुख्य आकर्षण था मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा में जिले में उत्कृष्ट प्रद
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मैट्रिक परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ईशाना परवीन, अर्पिता कुमारी एवं कुंदन कुमार को सम्मानित किया गया। इंटरमीडिएट के विभिन्न संकायों में भी छात्रों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। आर्ट्स संकाय में प्रियांशु राज और रंजन कुमार ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
साइंस संकाय में अंजली सिंह, रोहित वर्मा और सोनाली कुमारी ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया, जबकि कॉमर्स संकाय में स्नेहा कुमारी, शालिनी कुमारी, रानी कुमारी, उजाला ज्योति और आरूषी कुमारी ने सर्वोच्च स्थान हासिल किया। सभी प्रतिभाशाली छात्रों को उनकी उपलब्धियों के लिए प्रशंसा पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए।
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें आगे बढ़ने और निरंतर अध्ययन की प्रेरणा दी। उन्होंने युवाओं से कहा कि मेहनत और लगन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
मैट्रिक के टॉपर को सम्मानित करते मंत्री।
बिहार की प्राकृतिक आपदा पर चिंता
समारोह के दौरान मंत्री ने गुरुवार को बिहार में आई प्राकृतिक आपदा पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा की पूरे बिहार में प्राकृतिक आपदा से बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है। फसलों का भी व्यापक नुकसान हुआ है और अनेक लोग इस आपदा में हताहत हुए हैं।
मंत्री ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस आपदा को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए तत्काल राहत उपायों का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री जी का मानना है कि आपदा के समय राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का होता है। इसी दिशा में, प्रत्येक पीड़ित परिवार को चार लाख रुपये की तत्काल सहायता देने का निर्देश दिया गया है।”
किसानों को राहत का आश्वासन
मंत्री ने किसानों के नुकसान का विशेष उल्लेख करते हुए कहा की बिहार में पान की खेती करने वाले कई किसान हैं, खासकर राजगीर और इस्लामपुर क्षेत्र में। गेहूं, मकई और अन्य फसलों को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है। राज्य सरकार सभी नुकसानों का आकलन करा रही है और इसके बाद निश्चित रूप से किसानों को उचित सहायता प्रदान की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि जिन लोगों के मवेशी और घर नष्ट हुए हैं, उनका भी आकलन किया जा रहा है। “ग्रामीण विकास विभाग और राजस्व विभाग समेत सभी संबंधित विभाग अपने-अपने स्तर पर नुकसान का आकलन कर रहे हैं। राज्य सरकार इस आपदा की घड़ी में पीड़ितों की हर संभव सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है।