काराकाट, बिहार – 30 मई 2025: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के काराकाट में 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने बिहार के विकास में तेजी लाने के लिए ये परियोजनाएं शुरू करने का संकल्प व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार की माताओं और बहनों के प्रति उनका गहरा सम्मान है और उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान में बैठकर जो लोगों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, हमारी सेना ने उनके ठिकानों को खंडहर में बदल दिया है। उन्होंने कहा, “भारत की बेटियों के सिंदूर की शक्ति क्या होती है, यह पाकिस्तान ने भी देखी और पूरी दुनिया ने भी।”
प्रधानमंत्री ने माओवादी हिंसा के खिलाफ लड़ाई को लेकर आशावाद जताते हुए कहा कि वह दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा और गांव-गांव तक शांति, सुरक्षा, शिक्षा और विकास बिना रुकावट के पहुंचेगा।
उन्होंने पटना एयरपोर्ट के टर्मिनल के आधुनिकीकरण की भी घोषणा की, जो बिहार के लोगों की लंबे समय से मांग थी। साथ ही, उन्होंने मखाना बोर्ड की स्थापना और बिहार के मखाना को जीआई टैग मिलने की जानकारी दी, जिससे मखाना किसानों को काफी लाभ हुआ है।रेलवे बुनियादी ढांचे के विकास का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने बिहार में विश्वस्तरीय वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत, रेलवे लाइनों के दोहरीकरण और तिहरेकरण के कामों की प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने सोन नगर और अंडाल के बीच मल्टी-ट्रैकिंग के काम की भी पुष्टि की।
सड़क अवसंरचना के क्षेत्र में भी कई नई परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया, जिनमें एनएच-119ए के पटना-आरा-सासाराम खंड को चार लेन का बनाने, वाराणसी-रांची-कोलकाता राजमार्ग और रामनगर-कच्ची दरगाह खंड को छह लेन का बनाने जैसी प्रमुख योजनाएं शामिल हैं। साथ ही, बक्सर और भरौली के बीच नए गंगा पुल के निर्माण का भी शिलान्यास किया गया।
प्रधानमंत्री ने बिहार की वीर भूमि का जिक्र करते हुए वीर कुंवर सिंह की बहादुरी को याद किया और बिहार के युवाओं के भारतीय सशस्त्र बलों एवं सीमा सुरक्षा बल में योगदान को सलाम किया।इस मौके पर प्रधानमंत्री ने बिहार की प्रगति के लिए समर्थन देने आए जनसमूह का आभार व्यक्त किया और कहा कि बिहार के विकास के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है।

