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नई दिल्ली1 मिनट पहले
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जेपी नड्डा की चिट्ठी के दो दिन बाद प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर भाजपा अध्यक्ष के बयान की आलोचना की।
जेपी नड्डा के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे गए लेटर की प्रियंका गांधी ने आलोचना की। प्रियंका ने कहा- प्रधानमंत्री की अगर बुजुर्गों का सम्मान करने में आस्था होती तो वह खुद लेटर का जवाब देते। PM मोदी ने जेपी नड्डा से लेटर भिजवाकर उनका अपमान किया। आखिर 82 साल के एक सीनियर लीडर को नीचा दिखाने की क्या जरूरत थी।
यह लेटर विवाद 17 सितंबर को शुरु हुआ था। जब खड़गे ने पीएम मोदी को लेटर लिखकर कहा था कि भाजपा और सहयोगी दलों के नेता लगातार राहुल गांधी के लिए बेहद आपत्तिजनक और हिंसक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। आपसे आग्रह है कि ऐसे नेताओं पर लगाम लगाएं।
एक दिन बाद जेपी नड्डा ने भी लेटर लिखकर जवाब दिया। उन्होंने लिखा- जिस व्यक्ति का इतिहास ही देश के प्रधानमंत्री समेत पूरे OBC समुदाय को चोर कहकर गाली देने का रहा हो। उस राहुल गांधी को सही ठहराने की कोशिश आप किस मजबूरी के चलते कर रहे हैं?
प्रियंका बोलीं- आक्रामक तरीके से जवाब लिखवाना, ये कैसा संस्कार
लेटर विवाद पर प्रियंका ने सोशल मीडिया X पर लिखा, लोकतंत्र की परंपरा और संस्कृति, प्रश्न पूछने और संवाद करने की होती है। धर्म में भी गरिमा और शिष्टाचार जैसे मूल्यों से ऊपर कोई नहीं होता।
आज की राजनीति में बहुत ज़हर घुल चुका है, प्रधानमंत्री जी को अपने पद की गरिमा रखते हुए, सचमुच एक अलग मिसाल रखनी चाहिए थी। अपने एक वरिष्ठ सहकर्मी राजनेता के पत्र का आदरपूर्वक जवाब दे देते तो जनता की नज़र में उन्हीं की छवि और गरिमा बढ़ती।
यह अफ़सोस की बात है कि सरकार के ऊँचे से ऊँचे पदों पर आसीन हमारे नेताओं ने इन महान परंपराओं को नकार दिया है।
अब पढ़िए जेपी नड्डा और मल्लिकार्जुन खड़गे की चिट्ठी…
18 सितंबर: नड्डा का खड़गे को जवाब, कहा- राहुल की करतूतें न भूलें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 18 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम ओपन लेटर लिखा। नड्डा ने लिखा कि आप राहुल गांधी समेत अपने नेताओं की करतूतों को भूल गए हैं या फिर उन्हें जानबूझ कर नजरअंदाज किया। नड्डा ने लेटर में यह भी लिखा कि कांग्रेस के नेताओं ने पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री मोदी को 110 से ज्यादा गालियां दी हैं। तब राजनीतिक शुचिता, मर्यादा, अनुशासन, शिष्टाचार जैसे शब्द आपकी डिक्शनरी से क्यों गायब हो जाते हैं? आप राजनीतिक शुचिता की दुहाई दे रहे हैं लेकिन आपके नेताओं का इतिहास ही इसकी धज्जियां उड़ाने का रहा है। ऐसा दोहरा रवैया क्यों?
17 सितंबर: खड़गे ने PM मोदी को लिखा था- अपने नेताओं को रोकें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 74वें जन्मदिन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें बधाई देने के बाद एक चिट्ठी भी लिखी थी। इसमें राहुल गांधी के खिलाफ हेट स्पीच पर चिंता जताई थी। खड़गे ने लिखा था- ‘भाजपा और सहयोगी दलों के नेता लगातार राहुल गांधी के लिए बेहद आपत्तिजनक और हिंसक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। आपसे आग्रह है कि ऐसे नेताओं पर लगाम लगाएं।’
BJP नेताओं के 3 बयान, जिनके चलते खड़गे ने PM मोदी को लेटर लिखा…
1. तरविंदर सिंह मारवाह : दिल्ली में राहुल गांधी के घर के बाहर 11 सितंबर को भाजपा ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह पर राहुल को मारने की धमकी देने का आरोप लगा।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘BJP नेता खुलेआम देश के नेता प्रतिपक्ष को हत्या की धमकी दे रहा है। ये बेहद गंभीर मामला है। ये भाजपा की नफरत की फैक्ट्री का प्रोडक्ट है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। PM मोदी अपनी पार्टी के इस नेता की धमकी पर चुप नहीं रह सकते।
‘राहुल गांधी बाज आ जा, नहीं तो आने वाले टाइम में तेरा भी वही हाल होगा, जो तेरी दादी का हुआ।
– तरविंदर सिंह, भाजपा नेता
कांग्रेस ने भाजपा नेता और पूर्व विधायक तरविंदर सिंह मारवाह का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया है।
2. केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू: केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने 15 सितंबर को कांग्रेस लीडर राहुल गांधी को आतंकवादी बताया। उन्होंने कहा कि ‘राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं हैं। उनको भारत से प्यार भी नहीं है। राहुल ने पहले मुसलमानों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो वे अब सिखों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी देश के नंबर वन टेररिस्ट हैं। उनको पकड़ने वाले को इनाम दिया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं। देश की एजेंसियों को उन पर नजर रखनी चाहिए।’
दरअसल, राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा था कि भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी और कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं।
रवनीत के बयान पर कर्नाटक पुलिस में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक सदस्य की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है।
15 सितंबर को केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को देश का सबसे बड़ा दुश्मन बताया।
3. संजय गायकवाड़: 16 सितंबर को महाराष्ट्र के बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा, ‘राहुल गांधी पिछड़ों, आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। उन्हें इसका इनाम मिलेगा, जो भी राहुल की जीभ काटेगा, उसे 11 लाख रुपए दिए जाएंगे।’
संजय ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में संविधान खतरे में होने का फर्जी नैरेटिव सेट कर वोट हासिल किए। आज वे आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस पिछड़े वर्ग, ओबीसी और आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहती है। बुलढाणा में संजय पर FIR दर्ज कर ली गई है।
शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता संजय गायकवाड़ बुलढाणा से विधायक हैं। उन्होंने कहा था कि राहुल की जीभ काटने वाले को 11 लाख का इनाम देंगे।
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राहुल ने बताया आरक्षण कब खत्म होगा:अमेरिका में बोले- दलितों को 100 में 5 रुपए मिलते हैं
अमेरिका दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने 10 सितंबर को आरक्षण पर बयान दिया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे। फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।” दरअसल, वॉशिंगटन की जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी में राहुल से पूछा गया था कि भारत में आरक्षण कब तक चलेगा? इसके जवाब में उन्होंने ये बातें कहीं। पूरी खबर पढ़ें…