प्रसूता की मौत के बाद श्री गोविंद हास्पिटल को सील कर दिया गया। फाइल फोटो
बांसगांव क्षेत्र में फर्जी डाक्टर बनकर उपचार करने वाले बाप-बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्हें आज जेल भेज दिया जाएगा। गिरफ्तार किया गया पन्नेलाल ओटी टेक्नीशियन है और उसी ने बांसगांव के गोहली बसंत निवासी प्रसूता रेनू का आपरेशन किया था। जिसके बाद
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पहले जानिए क्या है मामला बांसगांव क्षेत्र के गोहली बसंत के रहने वाले दिनेश कुमार चौरसिया की पत्नी को रविवार को प्रसव पीड़ा हुई तो उन्होंने गांव की आशा गंगोत्री देवी को फोन किया। गंगोत्री की सलाह पर एंबुलेंस से वह अपनी पत्नी को सीएचसी बांसगांव ले गए। वहां से मरीज को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन आशा उन्हें जिला अस्पताल न ले जाकर बघराई स्थित श्री गोविंद हास्पिटल लेकर पहुंच गई। वहां मरीज को भर्ती करा दिया गया।
कथित डाक्टर पन्नेलाल ने आपरेशन कर दिया। आपरेशन के बाद बेटा पैदा हुआ लेकिन प्रसूता की तबीयत बिगड़ने लगी। आनन-फानन में पन्नेलाल एक अन्य साथी के साथ प्रसूता को कार से लेकर दूसरे अस्पताल जाने लगे लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। सील किया जा चुका है हास्पिटल मृतका के पति की तहरीर पर इस मामले में केस दर्ज किया गया है। एसएसपी के निर्देश पर आशा बहू सहित चार पर केस र्ज किया गया है। अचानक जगी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस फर्जी अस्पताल को आखिरकार सील कर दिया। संभावना जतायी जा रही है कि आरोपी बेटे के हास्पिटल श्री हरि मेडिकेयर को भी आज सील किया जा सकता है। सील किए गए हास्पिटल में स्टाफ भी अप्रशिक्षित हैं।
ओटी टेक्नीशियन के डिग्री की भी होगी जांच गगहा के जगरनाथपुर का रहने वाला आरोपी पन्नेलाल ने मेघायल यूनिवर्सिटी के दिल्ली सेंटर से ओटी टेक्नीशियन की डिग्री ली है। इस डिग्री की सत्यता के लिए पुलिस जांच कराएगी। पन्नेलाल ने शहर के तारामंडल स्थित एक हास्पिटल में 5 वर्ष तक ओटी टेक्नीशियन के पद पर काम भी किया है। यहां से निकलकर उसने बघराई में एक व्यक्ति के मकान को किराए पर ले लिया और फर्जी हास्पिटल खोल दिया। जानिए क्या कहती है पुलिस एसपी साउथ जितेंद्र कुमार ने बताया कि बांसगांव पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वे पिता-पुत्र हैं और फर्जी डाक्टर बनकर अस्पताल चला रहे थे। प्रसूता की तबीयत बिगड़ने पर कार से ये ही उसे दूसरे अस्पताल ले जा रहे थे।