फर्जी मेडिकल डिग्री बेचने वाले डाक्टर व उसके साथी को खोराबार पुलिस ने गिरफ्तार किया था। फाइल फोटो
फर्जी मेडिकल की डिग्री बनाकर बेचने वाले गिरोह का मास्टर माइंड अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है लेकिन हर बार वह चकमा देने में कामयाब हो जाता है। जांच में उसके घर व आफिस से कई प्रपत्र मिले हैं। जिससे यह अनुमान लगाया जा
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गोरखपुर व आसपास के जिलों में डाक्टर ठेका लेता था खोराबार पीएचसी पर तैनात रहा आयुर्वेदिक डाक्टर मेडिकल की डिग्री बनवाने का दावा करता था। बकायदा इसके लिए ठेका लेता था। बेरोजगार लोगों को वह यह बताकर झांसे में लेता था कि कई विश्वविद्यालयों में उसकी जान-पहचान है। यदि कोई उसके जाल में फंस जाता था तो उससे 2 से लेकर 7 लाख रुपये तक वसूल किए जाते थे।
इसके बाद नोएडा में रहने वाले मास्टर माइंड को आनलाइन पैसे भेजकर डिग्री तेयार कराने को कहा जाता था। एक व्यक्ति से डी फार्मा की डिग्री बनवाने के लिए लगभग 1 लाख 80 हजार रुपये लिए थे। कुछ दिन बाद उसे फर्जी डिग्री थमा दी। उस व्यक्ति ने खोराबार थाने में शिकायत की थी। जिसके बाद जांच की जा रही है। इस मामले में आरोपी डा. राजेश और संतकबीरनगर के पठान टोला निवासी सुशील कुमार चौधरी करे 24 फरवरी को जेल भेज दिया गया है। इन यूनिवर्सिटी के नाम पर बनवाते थे फर्जी डिग्री – राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस कर्नाटक यूनिवर्सिटी – आयुर्वेदिक तथा युनानी तिब्बती चिकित्सा पद्धति बोर्ड – ओपीजेएस यूनिवर्सिटी चुरू, राजस्थान – उत्तर प्रदेश फार्मेसी कांउसिल – आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी – जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद – आयुष एंड हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी ऑफ छत्तीसगढ़ – आईएफटीएम यूनिवर्सिटी मुरादाबाद – चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ
जानिए क्या कहती है पुलिस
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि फर्जी डिग्री बनवाने वाले मास्टर माइंड की तलाश चल रही है। उसके ठिकाने पर कई बार छापा मारा जा चुका है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। डिग्री की जांच के लिए एक टीम पंजाब रवाना की गई है।