21 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ पुलिसवाले CCTV कैमरा तोड़ते नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो संभल का है, जहां यूपी पुलिस ने हिंसा से पहले ही CCTV कैमरे तोड़ दिए थे।
- इस दावे से जुड़े ट्वीट्स एक्स (पहले ट्विटर) पर कई वेरिफाइड और नॉन वेरिफाइड यूजर्स ने किए।
खान सर पैरोडी अकाउंट ने अपने ट्वीट में लिखा- हमने कश्मीर फाइल्स तो नहीं देखी लेकिन संभल फाइल्स लाइव दिख रही है। पुलिस अधिकारियों को साफ देखा जा सकता है, किस तरह वे घरों पर लगे कैमरे तोड़ रहे हैं । इन पुलिस वालों का मोबाइल चेक होना चाहिए तब पता चल जाएगा दंगा किसने और क्यों करवाया। (अर्काइव ट्वीट)
देखें ट्वीट :
लवली अजान नामक एक्स अकाउंट ने अपने ट्वीट में लिखा- हिंसा होने से पहले संभल में सीसीटीवी कैमरे को तोड़ती हुई UP पुलिस, उसके बाद की खबर को आप और हम सब जानते हैं, यूपी पुलिस का जुल्म। (अर्काइव ट्वीट)
देखें ट्वीट:
ऐसा ही ट्वीट HAQ E MUSLIMEEN नामक एक्स अकाउंट से किया गया। (अर्काइव ट्वीट)
देखें ट्वीट :
क्या है वायरल दावे का सच
दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल इमेज पर रिवर्स सर्च किया। जांच में सामने आया कि यह वीडियो संभल का नहीं बल्कि 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खुरेजी में हुए CAA विरोधी प्रदर्शन के दौरान का है।
पड़ताल के दौरान हमें 26 फरवरी 2020 को The Quint पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि दिल्ली पुलिस ने कथित तौर पर खुरेजी में प्रदर्शन के दौरान CCTV कैमरे को तोड़ा था।
देखें स्क्रीनशॉट:
- स्पष्ट है कि जिस वीडियो को संभल हिंसा से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। वो असल में दिल्ली में साल 2020 में हुए CAA विरोध प्रदर्शन के दौरान का है। वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत और भ्रामक है।
फेक न्यूज के खिलाफ हमारे साथ जुड़ें। कोई भी ऐसी सूचना जिस पर आपको संदेह हो तो हमें ईमेल करें @fakenewsexpose@dbcorp.in और वॉट्सएप करें- 9201776050