14 मिनट पहले
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सोशल मीडिया पर बच्चों की पिटाई का एक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि कुएं से पानी पीने के कारण इन दलित बच्चों की बुरी तरह पिटाई की गई। वीडियो में एक शख्स इन बच्चों को छड़ी से पीटता दिखाई दे रहा है। इस वीडियो को मध्यप्रदेश का बताया जा रहा है।
- वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कई वेरिफाइड और नॉन वेरिफाइड यूजर्स ने हाल की घटना बताकर शेयर किया है।
- हालांकि, हमारी पड़ताल में सामने आया कि यह वीडियो 10 माह पुराना है और इसका मध्यप्रदेश से कोई लेना देना नहीं है।
शम्स तबरेज काजमी नामक वेरिफाइड एक्स यूजर ने इस वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- वीडियो मध्यप्रदेश के जबलपुर का है जहां एक सार्वजनिक कुएं से पानी पीने के कारण दलित समाज के 5 बच्चों को रस्सी से बांधकर बेरहमी से पीटा जा रहा है। दलितों के साथ रोजाना देशभर में इसी तरह होता है लेकिन दलित समाज इसी खुशी में मगन है कि सरकार है और मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा है। (अर्काइव ट्वीट)
देखें ट्वीट:
TODAY EXPRESS 24X7 नामक एक्स अकाउंट ने भी वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा- ये तस्वीर MP के जबलपुर की बताई जा रही है, जहां कुंए से पानी पीने पर 5 दलित बच्चों की क्रूरता से पिटाई की गई। (अर्काइव ट्वीट)
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वहीं, कलम की चोट नामक एक्स अकाउंट ने अपने ट्वीट में लिखा- मध्यप्रदेश के जबलपुर में 5 नाबालिग दलित बच्चों को मारता ये सामंती राक्षस। बताया जा रहा है बच्चों ने कुएं से पानी पी लिया ये इस उच्च जाति के राक्षस को हजम नहीं हुआ और उसने इन बच्चों को रस्सी से खंभे में बांधकर पिटाई कर दी। (अर्काइव ट्वीट)
देखें ट्वीट:
क्या है वायरल वीडियो का सच ?
हमने 10 महीने पहले दैनिक भास्कर ऐप पर इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर की हेडलाइन थी- जीतू ने पोस्ट किया बच्चों की पिटाई का वीडियो:पीसीसी चीफ बोले- जबलपुर का दिल दहलाने वाला दृश्य; भाजपा बोली- ये राजनीतिक मोतियाबिंद।
देखें स्क्रीनशॉट:
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा था- रोते, बिलखते, चीखते इन बच्चों ने सिर्फ कुएं से पानी पी लिया था और ये तालिबानी सजा इसलिए कि ये अनुसूचित जाति से हैं। @DrMohanYadav51 जी, यदि आपकी आंख का पानी उतरा नहीं हो, तो एक-एक आंसू का हिसाब तुरंत दे दें। गौर से देख भी लें कि @BJP4India द्वारा फैलाया जा रहा नफरत का नंगा नाच मासूम जिंदगियों से भी सांसों का सौदा करना चाहता है।
बच्चों की पिटाई के वीडियो को लेकर भाजपा-कांग्रेस में घमासान मच गया। इस बीच सोशल मीडिया X पर जबलपुर एसपी के अकाउंट से वीडियो जबलपुर का न होना बताया गया। इसमें कहा है- एक पोस्ट बच्चों के साथ मारपीट का वीडियो मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के द्वारा उनके ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया गया है, जिसका घटनास्थल जबलपुर जिले का होना नहीं पाया गया है। (खबर का अर्काइव लिंक)
पड़ताल के दौरान हमें ईटीवी भारत की वेबसाइट पर 19 फरवरी 2024 को प्रकाशित एक खबर मिली। खबर की हेडलाइन थी- तालिबानी सजा का वीडियो वायरल कर बुरे फंसे जीतू पटवारी, जबलपुर पुलिस करेगी बड़ी कार्रवाई – children beating video viral।
देखें स्क्रीनशॉट:
ईटीवी भारत ने अपनी खबर में लिखा था-
‘सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें चार बच्चों को हाथ बांधकर छड़ी से उनकी पिटाई की जा रही है। यह वीडियो भीम आर्मी के एक नेता ने पहले वायरल किया। जिसके बाद मध्य प्रदेश के नेताओं ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट से वायरल करना शुरू कर दिया और यह बताया गया कि वीडियो जबलपुर का है। लेकिन जबलपुर पुलिस का कहना है कि यह वीडियो जबलपुर का नहीं है। अब जिन लोगों ने भी इसे वायरल किया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- स्पष्ट है कि जिस वीडियो को अभी का और मध्यप्रदेश के जबलपुर का बताकर शेयर किया जा रहा है वो असल में 10 महीने पुराना है। वहीं, जबलपुर पुलिस के अनुसार यह वीडियो जबलपुर का भी नहीं है। ऐसे में वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत और भ्रामक है।
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यह आर्टिकल मूल रूप से PTI News द्वारा प्रकाशित किया गया था {मूल आर्टिकल का लिंक}। शक्ति कलेक्टिव के तहत दैनिक भास्कर द्वारा इसे पुनः प्रकाशित किया गया है।