बक्सर जिले के एंबेस्टर होटल के समीप हर साल की तरह इस साल भी प्रज्ञापति ब्रह्मा कुमारी बहनों द्वारा मां दुर्गा की जीवंत झांकी स्थापित की गई। जिसमें मां दुर्गा समेत मां सरस्वती, मां लक्ष्मी, मां काली, मां संतोषी और मां ज्ञान गंगा जलाभिषेक करती दिखाई दी
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दशहरे के मौके पर आयोजित इस झांकी को देखने के लिए पंडाल में काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी। इसके साथ ही रास्ते से आने-जाने वाले लोगों ने झांकी को मोबाइल कैमरे में कैद करते हुए आगे बढ़ते हुए दिखाई दिए।
प्रज्ञापति ब्रह्मा कुमारी द्वारा बच्चियों की जीवंत झांकी।
झांकी देखने के बाद अनुमान लगाना मुश्किल
इस मनमोहक झांकी को प्रस्तुति से पहले दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह की शुरुआत की। संस्था की संचालिका ब्रह्मा कुमारी रानी दीदी ने नवरात्रि के आध्यात्मिक रहस्य को बताते हुए संदेश दिया कि नवरात्रि का त्योहार प्रतीक है। उन अच्छाइयों का जो बुराइयों का वधकर देती है। असुर प्रतीक है दुष्प्रवृतियों का और हमारे मनोविकारों का इस पावन अवसर पर हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम अपने भीतर सदप्रवृत्तियों को जागृत कर नकारात्मक विचारों और दुष्प्रवृत्तियों का नाश कर दें।
देवियों के मनोहक झांकी में आकांक्षा मां दुर्गा के रूप में, तनिष्का मां सरस्वती, प्रियांशु मां काली, गुड़िया ज्ञान गंगा,आरती मां लक्ष्मी, शिक्षा मां संतोषी का रूप धारण की हुई है। झांकी देखने से प्रति होता है कि जैसे किसी मूर्तिकार ने मूर्ति बना पंडाल में सेट किया है। जो भी इस झांकी को देखता है तो कुछ देर देखने के बाद ही पता कर पता ही कि ये जीवंत लोग है।