बठिंडा में रेल ट्रैक पर सरिया रखा गया।
पंजाब में कुछ असामाजिक तत्वों ने आज चलती रेल को पटरी से उतारने की कोशिश की है। उन्होंने पटरी पर लोहे के कई सरिये रख दिए, जिससे ट्रेन का बैलेंस बिगड़ जाए और रेलगाड़ी बेपटरी हो जाए। हालांकि, ट्रेन के ड्राइवर की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया।
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ड्राइवर ने समय रहते ट्रेन को रोक लिया और RPF को सूचना दी। सूचना मिलने पर रेलवे अधिकारी, रेलवे पुलिस और जिला पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी।
रेलवे पटरी से बरामद हुआ सरिया।
ट्रेन की स्पीड कम होने से टला हादसा गेट मेन कृष्ण मीना के अनुसार, आज सुबह करीब 3 बजे बठिंडा के बंगी नगर के पास एक बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां दिल्ली की तरफ से एक मालगाड़ी आ रही थी। उसकी स्पीड कम थी, इसलिए गाड़ी के पायलट की नजर अचानक से रेलवे ट्रैक पर रखी किसी वस्तु पर पड़ी।
इसके बाद ड्राइवर ने समय रहते रेलगाड़ी में ब्रेक लगा दिए। जब उसने गाड़ी से उतरकर पैदल जाकर आगे देखा तो वहां ट्रैक पर कुछ सरिये पड़े थे। ड्राइवर ने उन सरियों को एक तरफ किया और RPF को साजिश के बारे में अवगत कराया।
अधिकारियों के साथ GRP ने मौके पर पहुंचकर देखा कि रेलवे ट्रैक के बीच में किसी ने मोटे सरिया रखे थे। इसके बाद रेल गाड़ी को डिरेल करने की साजिश का खुलासा हुआ। इस रुकावट के कारण वह रेलगाड़ी अपने निर्धारित समय से करीब 1 घंटा लेट हुई। जब सब कुछ ठीक लगा तो अधिकारियों ने गाड़ी को रवाना कर दिया।
बठिंडा में SAD के वार्ड इंचार्ज गौतम मसीह मामले की जानकारी देते हुए।
लूट के मकसद से ट्रैक पर सरिया रखने का शक वहीं, बठिंडा में शिरोमणि अकाली दल के वार्ड इंचार्ज गौतम मसीह ने कहा कि सुबह उन्हें पता चला कि बठिंडा-दिल्ली रेलवे मार्ग पर किसी चोर ने सरिया रख दिए गए हैं। इसके कारण रेलगाड़ी का बड़ा नुकसान हो सकता था, लेकिन समय पर सरिया का पता चलने पर पायलट ने गाड़ी रोककर इसकी सूचना रेलवे अधिकारियों को दी। वह मामले की जांच कर रहे हैं।
गौतम ने कहा, ‘इस रेलवे ट्रैक पर जब गाड़ी धीरे होती है तो आए दिन यहां लूटपाट की घटनाएं होती हैं। आवारा लड़के अक्सर इस रेलवे ट्रैक पर घूमते हुए नजर आते हैं। रेलवे जंक्शन नजदीक होने के कारण और सिग्नल न मिलने के कारण जब रेल यहां पर धीरे होती है तो युवक यहां लूटपाट करते हैं। हो सकता है कि लूट के मकसद से ही ट्रैक पर सरिया रखे गए हों। मेरी प्रशासन से मांग है कि यहां सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जाएं।’
इन स्थानों पर भी रेलगाड़ी डिरेल करने की कोशिश…
कानपुर में मालगाड़ी के पहिए पटरी से उतरे।
देश में लगातार हो रहीं ट्रेन से संबंधित घटनाएं कुछ ही समय में देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार रेलगाड़ियों से जुड़ीं दुर्घटनाएं सामने आ रही हैं। आज ही उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रयागराज से भूसावल जा रही मालगाड़ी गोविंदपुरी के पास डिरेल हो गई। इसी बीच लोको पायलट ने अपनी सूझबूझ के साथ इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को तुरंत ही वहीं पर रोक दिया।
हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। इस मामले में रेलवे की एक टीम तकनीकी जांच कर रही हैं। आखिर पटरी से डिब्बे कैसे उतरे?
कानपुर में रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर मिले थे।
कानपुर में ट्रैक पर सिलेंडर मिले वहीं, कानपुर में ही प्रेमपुर स्टेशन के पास JTTN गुड्स ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश रची गई। ट्रैक पर एक छोटा सिलेंडर रखा मिला। रविवार सुबह करीब 6 बजे लूप लाइन पर लोको पायलट ने सिलेंडर देखते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को सिलेंडर से 10 फीट पहले ही रोक लिया।
देश में ट्रेन को बेपटरी करने की यह 57 दिन में 23वीं कोशिश थी। इससे पहले 20 सितंबर को सूरत में रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ की गई थी। इस मामले की जांच NIA को सौंपी गई। वहीं, 18 सितंबर को मध्य प्रदेश के नेपानगर में दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर बिछाए गए थे। इससे आर्मी अफसरों की ट्रेन को बेपटरी करने की कोशिश की गई। हालांकि, रेलवे अधिकारी अलर्ट हो गए थे। उन्होंने ट्रेन रुकवा दी थी।