बड़वानी में भारतीय किसान संघ का अनिश्चित कालीन धरना पांचवें दिन भी जारी रहा। किसानों ने कलेक्टर कार्यालय के सामने एक अनोखा प्रदर्शन किया।
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शुक्रवार को भी संघ पदाधिकारी व किसान 42 डिग्री तापमान में टेंट के सहारे डटे रहे। आज भी प्रशासन की तरफ से कोई भी किसानों से मिलने नहीं पहुंचा तो किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद बड़वानी कलेक्टर गुंचा सनोबर का पुतला धरना स्थल पर रखा। किसानों ने कलेक्टर के पुतले के पास बैठकर अपनी समस्याएं बताईं। किसानों का कहना था कि ये तो गूंगी कलेक्टर है। हमारी समस्या सुनने के बाद भी कोई जवाब नहीं दे रही है।
भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष भगवान पटेल ने बताया कि दो-ढाई माह पहले कलेक्टर के पद भार ग्रहण करने के बाद उनसे मुलाकात की थी। आवेदन सौंपकर विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया था, जिसमें मांग की गई थी कि कलेक्टर की अध्यक्षता में खेती व किसानी संबंधित समस्याओं के निराकरण के प्रयास किए जाएं, लेकिन न तो संयुक्त बैठक हुई और न ही कलेक्टर ने मिलने का समय दिया।
पटेल ने बताया कि किसान संघ समय-समय पर कलेक्टर के नाम आवेदन सौंपता है, लेकिन पत्र को संबंधित विभागों में रैफर कर दिया जाता है, जिसके बाद संबंधित अधिकारी भी मनमाने जवाब देकर कर्तव्य से इतिश्री कर लेते हैं, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही होती है। इसलिए हमारी मांग है कि कलेक्टर की मौजूदगी में कम से कम हर तीन माह में सभी विभागों के साथ एक सामूहिक बैठक हो, जिससे किसानों की समस्याओं व मांगों का हल निकल सके।
उन्होंने कहा कि किसानों की जिले में कई तरह की समस्याएं हैं, जैसे नहर में पानी छोड़ने, सफाई, समय पर खाद-बीज की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता जैसे किसान हित के मुद्दे होते हैं। ऐसी 21 सूत्रीय मांगों को लेकर हम 28 अप्रैल से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, मगर जिला प्रशासन हमारी मांगों की सुनवाई नहीं कर रहा है। हड़ताल जारी रहेगी।