बड़वानी में डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती से एक दिन पूर्व रविवार को विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पीएम श्री शहीद भिमा नायक शासकीय महाविद्यालय में सामाजिक संगठनों की ओर से विचार संगोष्ठी आयोजित की गई।
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आयोजित संगोष्ठी में बच्चों को पुरस्कारों का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में लोकसभा सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल और विधायक राजन मंडलोई सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। संगोष्ठी के बाद एक भव्य महारैली निकाली गई। रैली कारंजा चौराहा, महात्मा गांधी मार्ग और झंडा चौक होते हुए पुराना कलेक्टोरेट कार्यालय से डॉ अंबेडकर पार्क तक पहुंची। यहां सभी ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर फूलमालाएं अर्पित कीं।

रैली में बैंड लेकर निकले सामाजिक संगठन।
मुख्य वक्ता और सामाजिक संगठन उज्जैन के जिलाध्यक्ष जुगल किशोर मालवीय तथा नानूराम चाकरे ने बाबा साहेब के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर एक महान चिंतक, समाज सुधारक और कानून विशेषज्ञ थे। वे एक कुशल अर्थशास्त्री, बहुभाषी वक्ता, संपादक और पत्रकार भी थे।

आयोजन में शामिल हुए कई अधिकारी।
वक्ताओं ने बताया कि 14 अप्रैल का दिन केवल जयंती नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और समानता का प्रतीक है। डॉ. अंबेडकर ने न सिर्फ संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि आजाद भारत की संस्थाओं के निर्माण में भी योगदान दिया। उन्होंने अपना पूरा जीवन जाति व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष में समर्पित कर दिया और दलित अधिकारों के लिए आवाज उठाई।