बड़वानी में पिछले 24 घंटों में मानसून का असर दिखाई दिया। शनिवार सुबह से मौसम साफ रहा। तेज धूप के कारण उमस भरी गर्मी महसूस हुई। शाम 5.30 बजे मौसम बदला। घने बादलों के साथ तेज हवाएं चलीं। बिजली चमकी और गरज के साथ हल्की बारिश हुई।
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मौसम विशेषज्ञ रवींद्र सिंह सिकरवार ने बताया है कि 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली आंधी से जिले में कई स्थानों पर फसलों को नुकसान हुआ। पलसूद और खेतिया क्षेत्र में केले की फसलें टूटकर गिर गईं। इससे पहले आई आंधी से भी खड़ी फसलें प्रभावित हुई थीं।
तेज हवा से केले की फसल को नुकसान हुआ।
कृषि विभाग के उप संचालक आरएस जमरे ने बताया कि इस वर्ष बोवनी का लक्ष्य 2 लाख 38 हजार 865 हेक्टेयर है। अभी तक गर्मी का कपास 30 हजार 465 हेक्टेयर में बोया गया है। नहर और सिंचित क्षेत्र के किसान बोवनी कर रहे हैं। अन्य किसान मानसून की प्रतीक्षा में हैं। प्री-मानसून की हल्की वर्षा के बाद खेतों में बोवनी की तैयारियां तेज हो गई हैं।
खरीफ बोवनी का आंकड़ा 2022 में 238840 हेक्टेयर था। 2023 में यह 238848 हेक्टेयर और 2024 में 238859 हेक्टेयर रहा। वर्ष 2025 के लिए 238865 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

बारिश से सड़क पर बहा पानी।