चमोली2 मिनट पहलेलेखक: देवांशु तिवारी
- कॉपी लिंक
कपाट खुलने के साथ ही अब श्रद्धालु अगले 6 महीने तक बद्रीविशाल के दर्शन कर पाएंगे।
बद्रीनाथ धाम के कपाट सुबह 6 बजे खुल गए। सबसे पहले मंदिर के रावल ने भगवान की पूजा अर्चना की। इसके बाद अब मंदिर के से पुजारी और दूसरे आचार्य भगवान का अभिषेक दर्शन और पूजा में शामिल होने के लिए मंदिर में प्रवेश किया।
इसके साथ ही श्रद्धालु अगले 6 महीने तक भगवान बद्रीविशाल के दर्शन कर पाएंगे। दैनिक भास्कर एप पर आपको बद्रीनाथ धाम के सबसे पहले दर्शन करा रहा है। मंदिर को 40 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।
शनिवार को धाम में भगवान बद्रीविशाल की पालकी, आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, कुबेर और उद्धव की उत्सव डोली पहुंची। इससे पहले 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट खुले थे।
इसके साथ ही करीब 6 महीने तक चलने वाली चारधाम यात्रा की विधिवत शुरुआत हुई थी। 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए हैं।
बद्रीनाथ धाम की 3 तस्वीरें…

कपाट खुलने से पहले पुजारियों मंदिर के बाहर वैदिक मंत्रोच्चार किया।

गढ़वाल राइफल्स का बैंड पारंपरिक धुनें बजाई।

बीते दिन भगवान बद्रीविशाल की पालकी धाम पहुंची थी।
कपाट खुलने से जुड़े अपडेट के लिए ब्लॉग से गुजर जाएं…
लाइव अपडेट्स
8 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
पुजारियों ने मंदिर में प्रवेश किया
6 महीने बाद भगवान बद्री विशाल के कपाट खोल दिए गए। सबसे पहले मंदिर के रावल ने भगवान की पूजा-अर्चना की। उसके बाद अब मंदिर के पुजारी और दूसरे आचार्य भगवान का अभिषेक, दर्शन और पूजा में शामिल होने के लिए मंदिर में प्रवेश किया।
11 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
बद्रीनाथ के कपाट खुले
13 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
कपाट खुलने से पहले ‘गाडू घड़ा’ यात्रा निकाली जाती है
पुजारी सुरेश सुयाल ने बताया- बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले ‘गाडू घड़ा’ यात्रा निकाली जाती है, जिसमें तिल के शुद्ध तेल से भरे कलश को नरेंद्रनगर राजदरबार से विशेष मंत्रोच्चार के साथ बद्रीनाथ लाया जाता है। यही तेल भगवान बद्रीविशाल के अभिषेक में प्रयोग होता है।
कपाट खुलने से एक दिन पहले टिहरी राजपरिवार की ओर से राज पुरोहित विशेष पूजा करते हैं। साथ ही मंदिर के शिखर पर नया ध्वज फहराया जाता है। मुख्य पुजारी (रावल) और तीर्थ पुरोहित मिलकर वैदिक हवन और कलश स्थापना करते हैं।
गर्भगृह की सफाई के बाद भगवान की प्रतिमा का शुद्ध जल से स्नान कराया जाता है और नए वस्त्र व आभूषण पहनाए जाते हैं। यह संपूर्ण प्रक्रिया भगवान को शीतकालीन विश्राम के बाद जगाने के प्रतीक के रूप में होती है।
17 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
बद्रीनाथ धाम परिसर में फोटो-वीडियो लेने पर बैन
इस साल बद्रीनाथ धाम परिसर में फोटो और वीडियो लेने पर बैन लगाया गया है। ऐसा करने पर 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है।
25 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
गढ़वाल राइफल्स के जवान स्वागत धुन बजा रहे
आर्मी की गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट का बैंड भगवान बद्री विशाल के लिए स्वागत धुन बजा रहा है। 10 मिनट बाद भगवान बद्रीनाथ की डोली मंदिर पहुंच जाएगी।
29 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
मंत्रोच्चार के साथ बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे
31 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
वैदिक मंत्रोच्चार शुरू
38 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य मंदिर पहुंचे
बद्रीनाथ धाम स्थित ज्योतिष पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती बद्रीनाथ मंदिर पहुंच चुके हैं।
43 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
कपाट खुलने से पहले आकर्षक सजावट
बद्रीनाथ धाम के कपाट आज श्रद्धालुओं के लिए खुलने से पहले खूबसूरती से सजाए गए।
44 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने और पारंपरिक पूजा प्रक्रिया
- सबसे पहले सुबह 5.20 बजे तक बद्रीनाथ के रावल मंदिर पहुंचें। इसके बाद रावल ने गणेश पूजा और द्वारपाल पूजा करके अंदर जाने की अनुमति ली।
- 6 बजे कपाट खुलेंगे। फिर गर्भगृह खुलेगा। पिछले 6 महीने से जल रही अखंड ज्योति को दूसरे दीपक में शिफ्ट किया जाएगा।
- लक्ष्मी जी और गणेश जी की पूजा होगी। सभी देवताओं को ओढ़ाया हुआ घृत कंबल हटाया जाएगा। कपाट खुलने के बाद 2 घंटे तक निर्वाण दर्शन यानी बद्रीनाथ भगवान के बिना श्रृंगार के दर्शन होंगे।
- भगवान के शरीर पर टिहरी राजघराने से आया तेल लगाया जाएगा। पहला अभिषेक तप्त कुंड के गर्म पानी से होगा। इसके बाद नव कलश पूजा, पंचामृत अभिषेक होगा।
- दोपहर करीब साढ़े 12 बजे के बाद बालभोग और राजभोग लगेगा। फिर आरती होगी। पूरे दिन दर्शन होंगे। रात को शयन आरती के बाद करीब साढ़े 11 बजे तक मंदिर के कपाट बंद होंगे।

45 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
CM धामी बोले- यात्रा का 5% बजट लोकल प्रोडक्ट्स पर खर्च करें
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को कहा- चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। बद्रीनाथ धाम के कपाट कल (रविवार) खुलेंगे। सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सभी की सेफ्टी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मैं सभी से चारधाम यात्रा पर आने का आग्रह करता हूं। हमारे प्रधानमंत्री ने देश से अपील की है कि अपनी यात्रा के कुल बजट का 5% लोकल प्रोडक्ट्स को खरीदने पर खर्च करें।
45 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट पहले ही खुले चुके

गंगोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खोल दिए गए।

यमुनोत्री धाम के कपाट भी 30 अप्रैल को ही खोले गए थे।

केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को विधिवत पूजा-पाठ के साथ खोले गए।
46 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
चारधाम यात्रा का रूटमैप

46 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
IMD ने मौसम में बदलाव का अलर्ट जारी किया
मौसम विभाग (IMD) ने चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले मौसम में बदलाव की चेतावनी जारी की है। विभाग के मुताबिक 3 से 5 मई के बीच बारिश के साथ आंधी भी आ सकती है। ऐसे में ऊनी कपड़े, छतरी, रेनकोट साथ रखें। सरकार ने जगह-जगह मेडिकल कैंप बना रखे हैं, फिर भी फर्स्ट एड किट और जरूरी दवाएं साथ रखना की सलाह दी गई है।
सरकार ने यात्रा शुरू होने से पहले गाइडलाइन जारी की है। यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाते समय मेडिकल हिस्ट्री बतानी जरूरी है। यात्रा के समय रजिस्ट्रेशन प्रूफ, आईडी कार्ड, मंदिर पास, ट्रैवल परमिट, मेडिकल सर्टिफिकेट, इंश्योरेंस पेपर जैसे डॉक्यूमेंट साथ रखना जरूरी है।

48 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
PAC की 17, अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियां तैनात
चारधाम यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। यात्रा रूट पर करीब 6 हजार पुलिसकर्मी, PAC की 17 कंपनियां और अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियां तैनात की गई हैं।
हादसे की आशंका वाले 65 से ज्यादा इलाकों में स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (SDRF) तैनात किया जाएगा। यात्रा के दौरान खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट पर रहेंगी।
पूरे यात्रा क्षेत्र को 15 सुपर जोन में बांटा गया है, जिसमें दो हजार से ज्यादा CCTV कैमरे लगाए गए हैं। गढ़वाल रेंज लेवल पर एक इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर भी बनाया गया है।

48 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
चारधाम मंदिर

49 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
उत्तराखंड के चारधाम से जुड़ा GK

51 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
कैसे पहुंचें, कहां रुकें, खर्च से लेकर गाइडलाइन तक, वो सब कुछ जो आपको जानना जरूरी है

चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से 6 नवंबर तक चलेगी। अब तक 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। रजिस्ट्रेशन अब भी जारी है। उत्तराखंड सरकार ने यात्रा के पहले एक महीने तक VIP दर्शन पर रोक लगा दी है। अगर आप भी चारधाम यात्रा का प्लान कर रहे हैं तो यह स्टोरी आपके लिए ही है। पूरी खबर पढ़ें…