ग्वालियर से लगभग 25 किलाेमीटर दूर बरई स्थित अंचल का पहला मुक्ताकाशी रंगमंच ‘रासलीला घर’ पर सालों से न तो कोई संगीत की लहरिया गूंजीं, न किसी नाटक का मंचन हुआ और न ही लय और ताल पर नृत्य। अब हालत यह है कि इसके गेट पर परमानेंट ताला लगा दिया गया है। ताकि
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ज्ञात रहे इस रंगमंच को महाराजा मानसिंह तोमर ने 15वीं शताब्दी में बनाया था। इसकी डिजाइन आधुनिक स्टेडियम जैसी है, जिसमें स्टेडियम के बीच में प्रस्तुतियां होती हैं और चारों-ओर दर्शक बैठककर उसका लुत्फ उठाते हैं। यह स्थान राजा मानसिंह ने अपनी मृगनयनी निन्नी के गांव राई से कुछ दूरी पर बनवाया था। बताते हैं कि संगीत व कला के शौकीन मानसिंह तोमर यहां पर इनका आनंद लेते थे।