राज प्रकाश | बस्ती4 मिनट पहले
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बस्ती में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बंद चीनी मिलों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बस्ती की दो चीनी मिलों के बंद होने के लिए सरकारें पूरी तरह जिम्मेदार हैं।
टिकैत ने याद दिलाया कि मुंडेरवा फैक्ट्री को आंदोलन के जरिए चालू करवाया गया था। दीवानचंद जैसे लोगों के आंदोलन और कुछ लोगों की शहादत के बाद ही वह मिल शुरू हो पाई थी। उन्होंने सरकार से मांग की कि बंद पड़ी शुगर फैक्ट्री और अन्य इंडस्ट्रीज को फिर से चालू किया जाए।
कई फैक्ट्रियां अभी तक किसानों का भुगतान नहीं कर पाई
गन्ना भुगतान के मुद्दे पर टिकैत ने कहा कि कई फैक्ट्रियां अभी तक किसानों का भुगतान नहीं कर पाई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कुल आंकड़े जोड़कर पूरे भुगतान का दावा करती है, जबकि जमीनी हकीकत अलग है।
अपनी सुरक्षा को लेकर पूछे गए सवाल पर टिकैत ने कहा कि आज देश में जो सरकार के खिलाफ बोलता है, उसके साथ ऐसा ही व्यवहार होता है। उल्लेखनीय है कि उन्हें सर कलम करने की धमकी मिली है। धमकी देने वालों ने 5 लाख रुपए के इनाम की भी घोषणा की है।