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राजनगर प्रखंड अंतर्गत सिजुलता में गुरुवार को गौड़ सेवा संघ का 34वां संकल्प दिवस धूमधाम से मनाया गया। समारोह का शुभारंभ गौड़ सेवा संघ के पदाधिकारियों ने समाज का झंडोत्तोलन व नेताजी सुभाष चन्द्र बोस एवं संस्थापक स्व. देवीलाल प्रधान व चैतन्य महाकुड़ की तस्वीर पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह सरायकेला विधायक चंपाई सोरेन ने कहा कि गौड़ समाज झारखंड का भूमिपुत्र है।
गौड़ समाज को राज्य में उनका हक व अधिकार दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण में गौड़ समाज के पूर्वजों व आंदोलनकारियों का सतत योगदान है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री सोरेन ने गौड़ समाज के लोगों को अपनी भाषा, संस्कृति व परंपरा को लेकर सजग रहने की बात कही। भाषा, संस्कृति व परंपरा ही हमारी पहचान है। उन्होंने कहा कि हमें एकजुट होकर समाज का सर्वांगीण विकास करना है। लोगों को नशा और जुए से दूर रहने की बात कही। उन्होंने महिलाओं को समाज के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका निभाने की अपील की। उन्होंने लोगों से बाहरियों के प्रवेश पर रोक लगाने की अपील की। उन्होंने गौड़ भवन निर्माण कार्य बहुत जल्द शुरू करवाने की बात कही। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित गौड़ सेवा संघ स्टेयरिंग कमेटी के चेयरमैन मारकंडो महाकुड़ ने गौड़ सेवा संघ के स्थापना काल से वर्तमान सफर तक की विस्तृत जानकारी दी। गौड़ सेवा संघ के अध्यक्ष चतुर्भुज बारीक ने कहा गौड़ सेवा संघ का एकमात्र उद्देश्य समाज का सर्वांगीण करना है। जिसको लेकर गौड़ सेवा संघ बहुत जल्द गौड़ विकास रथ कार्यक्रम का शुभारंभ करेगा। गौड़ सेवा संघ के महासचिव पितोवास प्रधान ने समाज के युवाओं को लक्ष्य पर फोकस करते हुए समाज से जुड़कर समाजहित में काम करने की बात कही। उन्होंने समाज के विकास में भागीदार बनने की बात कही। संकल्प दिवस में पूरे कोल्हान व आसपास के हजारों महिला पुरुष शामिल हुए और गौड़ समाज के कल्याण एवं विकास को लेकर सामाजिक परिचर्चा में भाग लिए। कार्यक्रम के दोइरण गौड़ समाज में उत्कृष्ट रुप से सामाजिक कार्य करने वाले समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा समाज का एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया। मौके पर गौड़ सेवा संघ के कोषाध्यक्ष चीनीवास प्रधान,भास्कर महाकुड़, मायाधर बेहरा, शिरिश बेहरा, अशोक प्रधान, नेबु प्रधान, जगत किशोर प्रधान, हरेकृष्ण प्रधान, मुरलीधर प्रधान, नागेश्वर प्रधान, पंकज प्रधान, कलाकार गौड़, काशीनाथ प्रधान, कृष्णा प्रधान, अश्वनी प्रधान, हेमसागर प्रधान, यशवंत प्रधान, सत्यवान महाकुड़, अभिमन्यु गोप, गौरी शंकर प्रधान, रंजीत प्रधान व कमलदेव महाकुड़ समेत हजारों महिला व पुरुष उपस्थित थे।