बांग्लादेश में हिंदुओं सहित अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे हमलों और अत्याचारों के खिलाफ मंगलवार को भिंड शहर में सकल हिंदू समाज ने रैली निकाली। रैली में महिलाओं, युवाओं और सामाजिक संगठनों के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने तख्तियो
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रैली बद्री प्रसाद की बगिया से शुरू होकर परेड चौराहा, बताशा बाजार, गोल मार्केट, सदर बाजार होते हुए खंडा रोड तक पहुंची। यहां एक जनसभा हुई। रैली में शामिल प्रदर्शनकारी ‘हिंदुओं पर नर संहार बंद करो,’ ‘मानवता पर हमला बर्दाश्त नहीं,’ और ‘हमारी सुध ले सरकार’ जैसे नारे लिखी तख्तियां हाथों में लिए हुए थे। रैली में शामिल लोगों ने भारत सरकार से तत्काल कदम उठाने की मांग की।
कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए शहर वासी।
उपाध्याय बोले- हिंदुओं की संपत्ति लूटी जा रही खंडा रोड पर आयोजित जनसभा में हिंदू जागरण मंच के संगठन मंत्री मनीष उपाध्याय ने कहा कि बांग्लादेश में पिछले कुछ महीनों से लगातार अशांति का माहौल है। छात्र आंदोलन की आड़ में शेख हसीना सरकार को हटाने के बाद से अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले बढ़ गए हैं। उपाध्याय ने कहा, ‘हिंदुओं की संपत्ति लूटी जा रही है, महिलाओं के साथ दुष्कर्म और मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। कट्टरपंथियों को सेना और सरकार का समर्थन प्राप्त है, जिससे हिंदू समुदाय बेबस हो गया है।’
उन्होंने कहा कि भारत सरकार को बांग्लादेश की कार्यवाहक यूनिस सरकार पर दबाव बनाने के लिए इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाना चाहिए। उपाध्याय ने बताया कि हाल ही में इस्कॉन के संत चिन्मय दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। भारत आ रहे इस्कॉन संतो को भी बांग्लादेश सीमा पर रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि हिंसा के लिए हिंदू समुदाय को जिम्मेदार ठहराते हुए सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया है।

विरोध प्रदर्शन में महिलाओं ने लिया हिस्सा।
सनातन धर्म को लेकर जागरूकता की अपील जनसभा में इस्कॉन के जिला प्रबंधक नरहरि दास महाराज ने कहा, ‘हम सनातन धर्म के अनुयायी हैं और सर्वधर्म सद्भाव में विश्वास करते हैं, लेकिन फिर भी हम पर अत्याचार हो रहे हैं। सरकार को चाहिए कि वह तुरंत हस्तक्षेप करे और अत्याचार को रोके।’ इस दौरान कुंडेश्वर मंदिर के मोनी महाराज, समाजसेवी सुरेंद्र चौहान समेत अन्य प्रमुख लोग भी मौजूद रहे।

आव्हान पर संत समाज भी आया मैदान में।